tag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post6092931637251731355..comments2024-03-29T19:07:28.997+05:30Comments on <center>Lucknow Bloggers' Association लख़नऊ ब्लॉगर्स असोसिएशन</center>: लो क सं घ र्ष !: आस्था की जीत या संविधान की?Saleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-47184810431260860882010-12-30T09:43:32.279+05:302010-12-30T09:43:32.279+05:30यह आस्था का फ़ैसला सिर्फ़ इसलिये है कि हिन्दुओं का अ...यह आस्था का फ़ैसला सिर्फ़ इसलिये है कि हिन्दुओं का अिक फ़ायदा दिख रहा है,यदि मुस्लिम समाज को सबकुछ मिलगया होता तो कोर्ट का फ़ैसला न्याय होता....<br />---लोग भूल जाते हैं कि कानून मनुष्य ने ही बनाये हैं...न्यायाधीश का कार्य सिर्फ़ कानून के अनुसार लीक पर चलना ही नहीं अपितु विवेक व सामाजिक संदर्भ के अनुसार परिपाटी स्थापित करना भी होता है जिसे नज़ीर कहा जाता है जो समाज व कानून पर दूरगामी प्रभाव छोडती हैं ...... shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.com