tag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post8770684675717822942..comments2023-10-29T18:16:26.466+05:30Comments on <center>Lucknow Bloggers' Association लख़नऊ ब्लॉगर्स असोसिएशन</center>: कितने प्रतिशत ब्लॉगर चाहते हैं कि अरविंद मिश्र जी Lucknow Bloggers' Association लख़नऊ ब्लॉगर्स असोसिएशन से ज़रूर जुड़ें; मैं तो यही चाहता हूँ: सलीम ख़ानSaleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-11727568432737552492010-03-12T16:50:03.369+05:302010-03-12T16:50:03.369+05:30बधाई हो भाइयों ! अब मिश्रा जी भी हम से जुड़ रहे है...बधाई हो भाइयों ! अब मिश्रा जी भी हम से जुड़ रहे हैं....<br /><br /><b>अरविन्द मिश्रा जी आपका बहुत बहुत शुक्रिया !!! मैं शीघ्र ही आपको एक आमन्त्रण मेल भेज रहा हूँ !!! </b><br /><br />सधन्यवाद आपका अनुज <br />सलीम ख़ानSaleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-23208327890003792812010-03-11T23:09:46.842+05:302010-03-11T23:09:46.842+05:30हा हा हा
सुमन जी यहाँ भी नाईस ???हा हा हा <br /><br />सुमन जी यहाँ भी नाईस ???वीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-9356614431922500682010-03-11T18:18:58.453+05:302010-03-11T18:18:58.453+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-78881057877672134872010-03-11T16:36:32.564+05:302010-03-11T16:36:32.564+05:30कमाल है! ब्लोगिंग में भी लाबिंग, क्या नई पार्टी बन...कमाल है! ब्लोगिंग में भी लाबिंग, क्या नई पार्टी बनाने का विचार है क्या? यहाँ विचारों की बंधनात्मक प्रक्रिया को सलाम! लेकिन यह कितना उचित है !<br />रत्नेशaaryahttps://www.blogger.com/profile/08420022724928147307noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-66851483876187695622010-03-11T15:33:35.142+05:302010-03-11T15:33:35.142+05:30मिश्रा जी, अब मान भी जाइये।
कोई हमें तो बुलाये हम ...मिश्रा जी, अब मान भी जाइये।<br />कोई हमें तो बुलाये हम तो दौड़े हुए चले आयेंगे।Taarkeshwar Girihttps://www.blogger.com/profile/06692811488153405861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-34069485799456740202010-03-11T11:30:24.863+05:302010-03-11T11:30:24.863+05:30सलीम भाई ,
मैं अपने प्रति आपके स्नेह की ऊष्मा अनुभ...सलीम भाई ,<br />मैं अपने प्रति आपके स्नेह की ऊष्मा अनुभव कर रहा हूँ -आपके कई पूर्व आमंत्रणों को मैंने इसलिए सायास अनदेखा किया कि मैं अन्यान्य गतिविधियों और व्यस्तताओं के चलते इस फोरम के साथ न्याय नहीं कर पाउँगा -मैं पहले से ही अंतर्जाल और बाहर भी सामाजिक संगठनों से जुडा हूँ -जब आपकी उम्र में था तो आप जैसी ही बहुत ऊर्जा थी और बहुत काम अंजाम देता रहता था -जाकिर भाई से बात हो तो वे बताएगें भी -वे मुझे विगत कम से कम १५ वर्षों से तो जानते ही हैं .अब स्थिति बदल गयी है -एक तो सरकारी चाकरी की विवशताएँ और दबाव और फिर पहले से ज्वाईन किये गए फोरम में भी यथोचित समय न दे पाने का ग्लानिबोध मुझे किसी नए वेंचर के लिए हठात रोकता है -श्रीश ने तो आक्रोश में मुझे एक दिन हडकाया भी -मैंने नावोत्पल पर कविता लिखी फिर से वहां नहीं पहुँच पाया -एक डॉ राम साहब है लिटररी अंगरेजी ब्लॉग है उनका - नाक में दम किये रहते हैं वहां भी एक लेख के बाद नहीं पहुँच पाया -तस्लीम पर पहेली नियमित रखने का दबाव रहता ही है -साईंस ब्लागर्स असोसिएसन का सुपर्विजन है ही -हमें इसमें कोई आपत्ति नहीं है की आप मुझे लखनऊ ब्लॉगर असोसिएशन (एल बी ऐ) की अलंकारिक सदस्यता दे दें किन्तु यह इसलिए उचित नहीं लगता की मेरे योगदान के अभाव में यह मुझमें ही ग्लानि बोध बढाता रहेगा ! जो एक शुभचिंतक होने के नाते आप नहीं चाहेगें .<br />दूसरे मैं अपने ब्लागों के अलावा दूसरे ब्लागों पर पहुँचता रह्ता हूँ और पारस्परिक विचार विनिमय के लिए टिप्पणियाँ भी करता हूँ -यह ब्लॉग्गिंग में बहुत आवश्यक है -यह बंद या एक तरफ़ा माध्यम नहीं है -कई लोगों को मैंने देखा है की वे इतने खुदगर्ज हैं की अपने ब्लोगों पर तो भीड़ चाहते हैं दूसरों पर भूल कर नहीं जाते -कई ब्लॉगर ऐसे हैं जो केवल अपने में ही एक दूसरे के ब्लोगों पर जाकर अपनी अपनी पगडंडियाँ बनाए हुए हैं -भूल कर भी यह नहीं देखते की दूसरे क्या लिख पढ़ रहे हैं -इसमें एक गुजरे ज़माने के मठाधीश (हा हा गुजरे जमाने .....) और उनके द्वरा ही प्रमोट की गयीं कई चहेतियां भी हैं -अब ब्लॉगजगत में इन प्रवृत्तियों पर भी नजर तो रखनी होगी और खुद अपने ब्लॉग पर प्रविष्टियाँ तथा आप सब के ब्लागों पर टिप्पणियाँ -काफी काम है न !<br />आप फिर भी चाहते हैं की मैं एल बी ऐ की सदस्यता ले लूं तो फिर तो मेरे सामने और कोई बहाना नहीं है .....Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-78863034817822284952010-03-11T10:27:58.465+05:302010-03-11T10:27:58.465+05:30मैं तो दिल से चाहता हूँ कि मिश्रा जी इस ब्लोग से ज...मैं तो दिल से चाहता हूँ कि मिश्रा जी इस ब्लोग से जरुरु जुड़े , ताकी वह इसे और भी समृद्ध बना सके ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-35142708048051185242010-03-11T10:05:15.513+05:302010-03-11T10:05:15.513+05:30तब तो ठीक है, मेरा अभिमत मिश्रा जी को जुडना चाहिए....तब तो ठीक है, मेरा अभिमत मिश्रा जी को जुडना चाहिए.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-8727399416292487552010-03-11T10:01:42.713+05:302010-03-11T10:01:42.713+05:30संजीव भाई मैं ज़्यादा टेक्नीकल न हो कर इमोशनल होकर...संजीव भाई मैं ज़्यादा टेक्नीकल न हो कर इमोशनल होकर यह पोस्ट लिखी है...Saleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-6010770147946996392010-03-11T10:00:16.112+05:302010-03-11T10:00:16.112+05:30सलीम भाई 1. मिश्रा जी अभी पत्रिका पढ रहे है, उसके ...सलीम भाई 1. मिश्रा जी अभी पत्रिका पढ रहे है, उसके बाद बतलायेंगे :). 2. हम सभी ब्लॉगर्स असोसिएशन का स्वागत करते है और इसे घेट्टो कहने का विरोध करते है. 3. मिश्रा जी उत्तर प्रदेश के ही निवासी नहीं भारत के भी निवासी हैं. 4. आभासी दुनियां में मत जानने का यह तरीका सफल नहीं है, परिकल्पना ब्लाग में अभी अभी हमने देख लिया है. 5. मिश्रा जी का अभिमत ही सर्वोपरि है.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-554106341036687061.post-30165680660445878732010-03-11T09:42:06.908+05:302010-03-11T09:42:06.908+05:30मिश्रा जी, हम आपके अनन्य फैन हैं!!! और आपसे शदीद म...मिश्रा जी, हम आपके अनन्य फैन हैं!!! और आपसे शदीद मुतास्सिर भी !!! मैं और मेरे जैसे कई ब्लॉगर्स चाहते हैं कि आप LBA परिवार में ज़रूर आयें और हम आपकी सरपरस्ती भी चाहते हैं...Saleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.com