ना उसके पास खाने के लिए भोजन था न पहनने के लिए वस्त्र और ना रहने के लिए ठिकाना फिर भी ऐसा कौन सा विश्वास था जो उसे इस मुश्किल दौर में भी सिर्फ और सिर्फ अल्लाह का नाम याद था .........................
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