इस दिन हम स्वयं नहीं वल्कि पूरी दुनिया आंदोलित होती है

मेरे प्यारे प्यारे साथियों,
हम भारतीयों का पर्व है गणतंत्र दिवस
इस दिन हम स्वयं नहीं वल्कि पूरी दुनिया आंदोलित होती है
और स्वयं में सुधार हेतु अपनी बचनबद्धता को दुहराती है
आईये हम इस दिवस को साक्षी मानकर
सामूहिक रूप से ये शपथ लेते हैं कि
ऐसा कोई भी कार्य हम नहीं करेंगे जिससे दूसरों की भावनाएं आह़त हो ....
आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाईयाँ और कोटिश: शुभकामनाएं !
शुभेच्छु-
रवीन्द्र प्रभात