सीआरपीएफ़ के दो और यूपी पुलिस के तीन जवानों सहित छह गिरफ़्तार कर लिये गए । यशोदानंदन रिटायर्ड एसआई , हवलदार विनोद पासवान और विनेश सिंह , मुरादाबाद पुलिस अकादमी स्थित आर्म डिपो में तैनात नाथी राम सम्मिलित हैं। ये लोग सरकारी असलहा देश के ग़द्दारों को सप्लाई किया करते थे । इनके पास से भारी मात्रा में सरकारी असलहा बरामद किया गया ।
बात दरअस्ल यह है कि जब शिक्षा और नौकरी पाने में भारी ख़र्चा आये , शिक्षा इनसान को जीवन का मक़सद देने में नाकाम हो , सच्चे ईश्वर के मार्ग दर्शन को भुला दिया जाए। कम्पनियां अपना उत्पाद बेचने के लिए इनसान को उसकी चादर से बाहर पैर निकालने के लिए उकसाएं तो आखि़र इनसान करेगा भी क्या ?
आज लोग इनका नाम सुनकर इनसे नफ़रत का इज़्हार करेंगे । इन्हें तुरन्त गोली मार दिये जाने जैसी जज़्बाती और अव्यवहारिक बातें कहकर ऐसा ज़ाहिर करेंगे कि जैसे उनसे बड़ा देशभक्त कोई दूसरा है ही नहीं लेकिन ऐसे ग़द्दार तो यहां हर विभाग में मिल जाएंगे और इतने मिल जाएंगे कि उन्हें मारने के लिए गोलियां भी कम पड़ जाएंगी और उन्हें जलाने के देश का सारा जंगल भी ।
आदमी बेईमानी किसके लिए करता है । अपनी औलाद की बेहतरी के लिए । आप देश के ऐसे संस्थानों की सूची बनाइये जहां ऊँची तालीम के लिए मोटी रक़म दी जाती है । अब इनके बापों की लिस्ट बनाइये । इनके बापों की आय का स्रोत देखिये । अब अगर वे सर्विस करते हैं तो उनकी आय और ख़र्च का ब्यौरा मिलाइये आपको आसानी से ग़द्दार मिल जाएंगे । लेकिन अगर वह कोई फ़ैक्ट्री मालिक है तो आपको उस पर बिजली आदि सरकारी बिल की रक़म लाखों और करोड़ों की तादाद में बक़ाया मिलेगी जिसे वह इलाक़े के राजनेता और अफ़सरों से मिलकर अदा करने से बचता रहता है । इस तरह सभी मलाई चाटते रहते हैं और मंहगाई में पिसती है बेचारी ग़रीब जनता ।
इस तरीके़ से आपको ऊँचे दर्जे के ग़द्दार आसानी से मिल जाएंगे लेकिन इन्हें पकड़ने में किसी की दिलचस्पी हो तब न ।
ग़द्दार पहले भी पकड़े गए हैं और अब भी पकड़े गए हैं लेकिन न तो क़ानून का भय उनमें पहले पैदा हुआ और न ही अब होगा क्योंकि सभी जानते हैं मलाईदार ओहदा पाने के लिए राजनैतिक संरक्षण ज़रूरी है और किसी का राजनैतिक संरक्षण पाने के लिए बहरहाल ख़र्च तो करना ही पड़ता है । जब आदमी ख़र्च करेगा तो उसे लाभ के साथ निकालना वह अपना अधिकार मानता है ।
जब राजनेता ही सुधरने के लिए तैयार नहीं हैं तो उनके पिछलग्गू कैसे सुधर जाएंगे ?
सुधार के लिए ज़रूरी है कि आदमी यह समझ ले कि उसे जिस मालिक ने पैदा किया है वह उसके हर कर्म को देख रहा है और वह उसे उसके पाप-पुण्य का बदला ज़रूर देगा । ईश्वर और परलोक में यक़ीन के बिना इनसान का आचरण सुधरने वाला नहीं है । इसीलिए ऋषियों और पैग़म्बरों ने सदैव इनसान के मन में इन सिद्धान्तों को दृढ़ता से जमाने पर बल दिया । काल बदला हाल बदला लेकिन इनसान नहीं बदला ।
आज भी उसका हरेक काम भय और लालच से ही प्रेरित होता है ।
जिन लोगों ने स्वर्ग नर्क का इनकार किया है वास्तव में वे इनसान की मनोभावनाओं से वाक़िफ़ ही नहीं हैं । इनसान को इनसान बनाने के लिए उसे उसे मालिक की याद और उसके आदेश से जोड़ना ज़रूरी है तब वह तन्हाई में भी कोई जुर्म न करेगा क्योंकि उसे ‘ज्ञान‘ है कि सच्चा बादशाह उसे देख रहा है ।
ये तो छोटे गद्दार हैं जिनको पुलिस या जाँच एजेंसिया पकर रही है /बड़े गद्दारों को पकरने के लिए खोजी ब्लोगरों को आगे आना होगा ,तैयारी शुरू कर दीजिये /
ये पैसे के लिए गद्दारी करते हैं तुम मज़हब के लिए. कोई खास फर्क नहीं है.
अल्लज़ीना यूमिनूना बिल ग़ैइबि व यूक़ीमूनस्सलाता व मिम्मा रज़क़नाहुम युनफ़िक़ून , वल्लज़ीना यूमिनूना बिमा उन्ज़िला इलैइका वमा उन्ज़िला मिन क़ब्लिका वबिल आखि़रतिहुम यूक़िनून । पवित्र कुरआन , 2,3-4
(ये वे लोग हैं) जो
1- अनदेखे ख़ुदा पर ईमान लाते हैं , और
2- (उसी की) इबादत में में मशग़ूल रहते हैं , और
3- परमेश्वर ने उन्हें जो (भौतिक , मानसिक , चारित्रिक , आध्यात्मिक ग़र्ज़ तमाम) योग्यताएं प्रदान की हैं , वे (उसकी और उसके बन्दों की राह में) ख़र्च करते हैं , और वे लोग जो
4- उस ‘ज्ञान‘ पर विश्वास करते हैं जो तुम्हारी तरफ़ अवतरित किया गया , और
5- (उनका यह विश्वास है कि परमेश्वर ने सृष्टि के आरम्भ से ही मानवजाति के मार्गदर्शन के लिए अपने दूत और मार्गदर्शक भेजे हैं । इसलिए) वे पिछले सभी (ईशदूतों और उन पर) अवतरित ईशज्ञान पर भी विश्वास रखते हैं , और
6- उन्हें परलोक पर भी यक़ीन है । (जब लोगों के पाप-पुण्य के अनुसार उन्हें यातना और पुरस्कार दिया जाएगा ।) यही शिक्षा सभी धर्म-मतों की है और यही वह मार्ग है जो इनसान को उसकी सच्ची मन्ज़िल तक पहुंचाने वाला है
few people rob by cheating, few rob on the name of religion,
जब तक इनसान के दिल व् दिमाग पर उस एक ईश्वर की सत्ता का भय सवार न हो जाए जिस के सामने जा कर हर इनसान को मरणोपरांत अपने किये का हिसाब देना हे तब तक यह मानव एसा ही करता रहेगा
करे कोई भरे कोई.......
एक और R.S.S.का आतंकवादी पकड़ा गया नाम चन्द्रशेखर ख़ान