आज मैं आपको ब्लॉग जगत की एक हकीकत के वाकिफ़ करवाता हूँ ! जी हाँ एक ऐसा सत्य जिसे देख कर आपको सोचने पर मजबूर हों ही पड़ेगा ! एक सत्य जो एक ऐसा सवाल खड़ा करता है जिसे देख पढ़ कर देख कर आप जान जायेंगे कि ब्लॉग जगत में कुछ ऐसा भी होता है जो षडयंत्र की श्रेणी में आता है. यह बात और भी पुख्ता हो जाती है जब एक ऐसे लेख के साथ जो देश हित में लिखा जाता है, को ब्लॉगवाणी नामक एग्रीगेटर पर "9" नापसंद के चटके लगते हैं और उसी पोस्ट पर इन्डली नामक एग्रीगेटर पर "9" पसंद के चटके लगते है और यही नहीं इन्डली पर वह पोस्ट एक हफ्ते से टॉप पर भी शो होती दिखाई देती है...
<<<<< ब्लॉगवाणी पर नापसंद के चटकों की भरमार >>>>>
<<<<< इन्द्ली पर पसंद के चटकों की भरमार >>>>
मैंने इलज़ाम किसी पर नहीं लगाया है और न ही किसी की प्रसंशा ही की है; मैंने तो बस एक फैक्ट आप तक पहुँचाया है !! अब फैसला आपके हाथ में !
जय हिंद !!
सलीम ख़ान
9838659380
एक तरफ़ पसंद दूसरी तरफ़ नापसंद, बहुत सुन्दर खेल चल रहा है।