आपके अपने संस्कृत ब्लाग , संस्कृतम्-भारतस्य जीवनम् पर अमित जी ने अपना पहला लेख भारत माता की वंदना के रूप में प्रस्तुत किया है ।
पुण्यमयी मम भारतमाता
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शारदा जी ने मेघदूत के श्लोकों की प्रस्तुति आरम्भ की है ा
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भवदीय: - आनन्द:
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