आजकल पुरे देश में भ्रष्टाचार की लहर चल रही है ,नित नए दिन नित नए घोटालों का महा लूट ऑफर चल रहा है, जिसको देखो वो इस गंगा में दुबकी लगा रहा है ,पहले इस महा लूट में लोग अपना चेहरा छुपाते थे , मगर अब खुले आम ये लूट चल रही है ,
इस वर्ष तो दिवाली पर कई ऑफर आये, जैसे 'कॉमन वेल्थ गेम' लूट ऑफर , 'आदर्श ऑफर ' और ' २ जी ऑफर' , ये तो बड़े बड़े महालूट ऑफर थे , छोटे मोटे लूट ऑफर तो बात ही न कीजिये , और ऑफर ऐसा तगड़ा की राजनेता मंत्री समूह , लोकशाही के लोग यहाँ तक हमारे बड़े बड़े फौजी अफसर भी इस ऑफर से मुंह नहीं मोड़ पाए , सभी इस गंगा में दुबकी लगाने लगे ,
लेकिन इस बार ऑफर में कुछ छुट भी थी तभी तो बहुत से नेताओं के रिश्तेदारों ने नौकरों , तथा ड्राईवर ने भी करोड़ों के फ़्लैट अपने नाम करने में सफल रहे
किन्तु इस महालूट ऑफर में कुछ शर्ते और नियम भी हैं , अगर आप इस शर्तों पर खरे उतरते हैं तो आप भी ख़ुशी ख़ुशी इसी महासमर के महालूट में शामिल हो सकते हैं
शर्ते व नियम ,
१- आप का मानसिक रूप से भ्रष्ट होना आवश्यक है ( सबसे ज़रूरी शर्त)
२- आप किसी भी सरकारी पद पर हों या पहले रह चुके हों .
३-आप नेता या मंत्री हो.
४- आप का किसी सरकारी अफसर या नेता तथा मंत्री का रिश्तेदार होना ज़रूरी है नौकर हों तो भी चलेगा .
५- आपके अन्दर ये गुण विद्यमान होना आवश्यक है बेईमानी , झूठ , ढीठ , मक्कारी , मौकापरसती आदि
६- आप के अन्दर ये अवगुण बिलकुल नहीं होना चाहिए देशभक्ति , देश की भलाई का विचार , आम जनता के बारें में सोचने का विचार
Tausif Hindustani
इस महा लूट का कारण जानने के लिए पढ़ें
ऑफर तो अच्छा है लेकिन मै शर्ते पूरी नहीं कर सकता
भाई ऑफर तो अच्छा है लेकिन वही पात्रता का अभाव है फिर कोई दूसरा बैक डोर रास्ता हो तो बतलाइए. कम से कम अखबारों की सुर्ख़ियों में तो आने का मौका मिलेगा और लोग हमें जानेंगे कि ये भी कोई हस्ती है.
वाह रेखा दीदी आपने भी क्या व्यंगात्मक कटाक्ष किया है
काश हम किसी नेता या अफसर के नौकर होते तो भी हम इस शर्त पर खरे उतर जाते
सुनील यादव ने कहा
भ्रष्टाचार सबसे बड़ी बिमारी है , और इसके रोगी नेतागण है , जिनका इलाज करना अति आवश्यक है
क्या बात है तौसिफ भाई आपके ब्लॉग पर भी यही मुद्दा और यहाँ पर भी यहीं मुद्दा छाया है