Image via Wikipediaवैसे तो ब्लोगर का कोई शहर या देश नहीं होता जब वो लिखता है, लेकिन फिर भी जिस शहर या देश से कोई इंसान जुड़ा होता है वहाँ का नाम भी उसे आकर्षित किया करता है. मैंने भी अपने जीवन के २८ वर्ष लखनऊ मैं ही बिताए हैं, वहाँ की सडकें और गलिआं भी अपनी लगती हैं शायद इसी कारण इस ब्लॉग से भी लगाव रहा है. LBA का शुक्रिया जिन्होंने मुझे उपाध्यक्ष बना के इज्ज़त अफजाई की.
साझा ब्लॉग मैंने बहुत से देखें हैं लेकिन active member कम ही देखे हैं. शायद इसका कारण यह है की कोई कितना लिखेगा? अपने ब्लॉग के लिए लिखो फिर साझा ब्लॉग के लिए लिखो. मुश्किल काम तो है.ऐसे मैं मेरा अनुरोध यही है सभी मेम्बेर्स से की समय निकाल के कभी कभी कुछ लिख दिया करें. हाँ यदि नहीं लिख पा रहे हैं तो कम से कम टिप्पणी कर के लिखने वालों का उत्साह तो बढ़ा ही दिया करें वरना साझा ब्लॉग का क्या मतलब हुआ? साझा ब्लॉग का मतलब केवल अपने profile मैं एक ब्लॉग का बढ़ा लेना भर नहीं होना चाहिए बल्कि आप का कुछ ना कुछ योगदान भी उस ब्लॉग के लिए होना चाहिए.
आज से पहले LBA पे क्या हुआ ,मुझे ठीक से नहीं मालूम लेकिन यह निवेदन अवश्य करूँगा की आगे से सभी सौहार्द एवं सद्भावना बनाये रखें. मेरा इस उपाध्यक्ष पद को स्वीकार करने का एक ही मकसद है और वो है इस समाज मैं अमन और शांति काएम करना. यही काम मैं अपने ब्लॉग अमन का पैग़ाम से कर रहा हूँ और यही कोशिश रहेगी की LBA से भी यही काम करूँ. समाज मैं शांति इन्साफ से क़ाएम होती है और अशांति ना इंसाफी से. आशा है इस बात को सभी ब्लोगर समझेंगे और LBA को आपस की सहमती और असहमति के बावजूद मिल जुल के आगे बढ़ाएंगे.
धन्यवाद !
साझा ब्लॉग मैंने बहुत से देखें हैं लेकिन active member कम ही देखे हैं. शायद इसका कारण यह है की कोई कितना लिखेगा? अपने ब्लॉग के लिए लिखो फिर साझा ब्लॉग के लिए लिखो. मुश्किल काम तो है.ऐसे मैं मेरा अनुरोध यही है सभी मेम्बेर्स से की समय निकाल के कभी कभी कुछ लिख दिया करें. हाँ यदि नहीं लिख पा रहे हैं तो कम से कम टिप्पणी कर के लिखने वालों का उत्साह तो बढ़ा ही दिया करें वरना साझा ब्लॉग का क्या मतलब हुआ? साझा ब्लॉग का मतलब केवल अपने profile मैं एक ब्लॉग का बढ़ा लेना भर नहीं होना चाहिए बल्कि आप का कुछ ना कुछ योगदान भी उस ब्लॉग के लिए होना चाहिए.
आज से पहले LBA पे क्या हुआ ,मुझे ठीक से नहीं मालूम लेकिन यह निवेदन अवश्य करूँगा की आगे से सभी सौहार्द एवं सद्भावना बनाये रखें. मेरा इस उपाध्यक्ष पद को स्वीकार करने का एक ही मकसद है और वो है इस समाज मैं अमन और शांति काएम करना. यही काम मैं अपने ब्लॉग अमन का पैग़ाम से कर रहा हूँ और यही कोशिश रहेगी की LBA से भी यही काम करूँ. समाज मैं शांति इन्साफ से क़ाएम होती है और अशांति ना इंसाफी से. आशा है इस बात को सभी ब्लोगर समझेंगे और LBA को आपस की सहमती और असहमति के बावजूद मिल जुल के आगे बढ़ाएंगे.
धन्यवाद !
शुभकामनाएँ.
सहमत ,
शुभकामनाएँ, बधाई और स्वागत ।
मासूम भाई,
मैं आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूँ, व्यक्तिगत ब्लॉग सभी के हैं फिर भी कभी पाक्षिक या फिर मासिक तौर पर ही हमारे सदस्य अपने लेखन का एक भाग इस पर भी दें तो इसकी सार्थकता बढ़ जाएगी. यहाँ शांति और सौहार्द का भाव बनाये रखने का पूरा प्रयास किया जाये.
सहमत ,
शुभकामनाएँ, बधाई और स्वागत