यह घोषणा करते हुए बहुत ही हर्ष का अनुभव हो रहा है कि LBA की नयी अध्यक्षा रेखा श्रीवास्तव जी को नियुक्त किया गया है.
इससे पहले कि कुछ आगे कहूँ, आपको रेखा जी बारे में उन्हीं की ज़ुबानी कुछ बताना चाहता हूँ.
"मैं आई आई टी , कानपूर में मशीन अनुवाद प्रोजेक्ट में कार्य कर रही हूँ. इस दिशा में हिंदी के लिए किये जा रहे प्रयासों से वर्षों से जुड़ी हूँ. लेखन मेरा सबसे प्रिय और पुरानी आदत है. आदर्श और सिद्धांत मुझे सबसे मूल्यवान लगते हैं , इनके साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है. गलत को सही दिशा का भान कराना मेरी मजबूरी है , वह बात और है कि मानने वाला उसको माने या न माने. सच को लिखने में कलम संकोच नहीं करती."
परिवर्तन प्रकृति का नियम है
कहते हैं कि इस दुनियाँ की हर चीज़ बदलती रहती है. हालात बदलते रहते हैं और हालात को सँभालने वाले इंसान भी बदलते रहते हैं इसीलिए LBA की पारीवारिक हालात सँभालने के लिए प्रेसिडेंट पद के लिए नियुक्त किया गया है- रेखा श्रीवास्तव को ! रेखा श्रीवास्तव जी एक पुख्ता सोच और संतुलित व्यवहार की मालिक हैं, वहीँ वह हिन्दी के लिए पूर्ण रूप से समर्पित भी हैं. वह ब्लॉग-जगत में ही नहीं बल्कि बाहर भी एक प्रतिष्ठित साहित्यकार के नाम से जानी जाती हैं. उनका नाम ब्लॉग जगत में भी किसी परिचय का मोहताज नहीं है, एक लम्बे अरसे से वे ब्लॉग जगत में सक्रिय हैं और ऊँचा मुकाम रखती हैं. LBA के कार्यकारिणी के पदाधिकारीगण और सदस्यों से अनुरोध है कि वे अपने नए प्रेसिडेंट का स्वागत तहेदिल और जोश-ओ-ख़रोश से करें.
इसी के साथ मैं यह भी ध्यान दिलाना चाहता हूँ कि पिछले काफ़ी समय से चन्द ब्लॉगर्स (LBA सदस्य) को छोड़ के काफ़ी ब्लॉगर्स ऐसे भी हैं जो LBA पर अपनी पोस्ट नहीं डाल रहे हैं, उनसे अनुरोध है कि वे अपने निजी ब्लॉग के साथ-साथ LBA पर भी अपनी पोस्ट डालें. आजकल बहुत से मुद्दे ऐसे हैं जिन पर जागरूकता की आवश्यकता है. LBA का मंच आज सशक्त है और उनका विचार उनके निजी ब्लॉग कि अपेक्षा और ज़्यादा यहाँ LBA पर प्रचार पा सकता है. हिन्दी और हिन्दी भाषी हित के लिए समर्पित इस ब्लॉग पर पूरा योगदान दें!
ध्यान देने योग्य कुछ और बातें
मार्गदर्शन निति नियम के अभाव में विगत कुछ दिनों से जो हालात पैदा हुए वे फ़िर न पैदा हों इसके लिए जल्द ही निति-निर्देश को अंतिम रूप दे कर लागू कर दिए जायेंगे. इस सन्दर्भ में नयी अध्यक्षा सहित LBA के सभी ख़ास-ओ-आम सदस्यों से अपील है कि वे अपना अमूल्य सुझाव दें. हाँ, कुछ बातें अभी से लागू की जा रही हैं जो नीति निर्देश का हिस्सा अवश्य ही होंगी कि किसी भी जायज़ सवाल को सभ्य तरीक़े से पूछना का हक़ सबको है, यहाँ तक कि वह LBA का सदस्य हो अथवा नहीं लेकिन इतना ध्यान अवश्य ही रखना होगा कि संयोजक और अध्यक्षा की पोस्ट के जवाब में पुनः पोस्ट न डाली जाए बल्कि उनकी उसी पोस्ट में टिपण्णी करके अपने विचार प्रस्तुत किये जाएँ.
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उपाध्यक्ष जनाब एस. एम. मासूम जी को नियुक्त किया गया है. वे एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर हैं और वर्तमान में 'देश की मर्यादा' नामक मैगजीन के ब्यूरो चीफ़ हैं. वे मूल रूप से जौनपुर, उत्तर प्रदेश से वाबस्ता है. उनका पुख्ता तरीक़े से यह मानना है कि ब्लॉगर्स की आवाज़ बड़ी दूर तक जाती है इसलिए ब्लॉगर्स इसका सही इस्तेमाल करें. क़लम का इस्तेमाल इंसानियत के हित में करें. अमन का पैगाम नामक ब्लॉग इनका काफ़ी चर्चा में रहता है. रेखा श्रीवास्तव जी और जनाब एस.एम. मासूम दोनों ही विश्व के सबसे बड़े सामुदायिक ग़ैर-मुनाफ़ा ब्लॉग ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन के सदस्य भी है.
पुनश्च रेखा श्रीवास्तव जी को अध्यक्षा और जनाब एस.एम. मासूम को उपाध्यक्ष बनाये जाने पर बहुत-बहुत बधाई.
नई अध्यक्षा महोदया रेखा श्रीवास्तव जी का हार्दिक स्वागत है। एलबीए परिवार उनके कुशल निर्देशन में उत्तरोत्तर तरक़्क़ी की मंज़िलें तय करे , अल्लाह से हमारी दुआ यही है ।
आमीन !
इज्ज़त अफजाई का शुक्रिया और रेखा जी का स्वागत हार्दिक स्वागत है
tahedil se badhaai aur swaagat hai...
रेखा श्रीवास्तव जी का हार्दिक स्वागत है
मासूम साहब को भी हार्दिक बधाई । उनके ब्लाग अमन के पैग़ाम के पाठक रोज़ाना 250 से 900 के बीच रहते हैं और कभी कभी 1500 तक भी हो जाते हैं जो कि ब्लाग जगत में एक रिकॉर्ड है । उम्मीद है कि उनकी महारत का फ़ायदा अब LBA को भी मिलेगा । यह एक ख़ुशगवार तब्दीली है ।
rekha
good , keep it up and its a request that try to bring some respect to this forum because "lucknow" is known for "tameez"
रेखा श्रीवास्तव जी को अध्यक्ष और जनाब एस.एम. मासूम को उपाध्यक्ष बनाये जाने पर हम दोनों का स्वागत करते हैं और हार्दिक बधाई देते हैं। और आशा करते हैं कि उन दोनों की अध्यक्षता में हिन्दी भाषा की अच्छी सेवा हो सकेगी।
आप सभी लोगों को धन्यवाद और साथ ही ये आग्रह है कि सम्पूर्ण कोई नहीं होता इस लिए अगर कहीं मैं गलत होऊँ तो आप मेरे मार्ग दर्शन करें.
मासूम भाई आपका इस पद पर आसीन होना अच्छा लगा और आशा करती हूँ कि इसे भी 'अमन का पैगाम ' की तरह से अपनी छत्रछाया में पनपने का अवसर प्रदान करेंगे.
रेखा श्रीवास्तव जी और जनाब एस.एम. मासूम जी को हार्दिक बधाई।
बधाई है रेखा जी को,----
जहां तक नियमों के सुझाव की बात है--नियम तो साहित्य व सभ्य व्यक्ति द्वारा आम बात-चीत के लिये पहले से ही बने हुए हैं---
१-असाह्त्यिक, गाली-गलोज की भाषा पर पूर्ण प्रतिबन्ध...
२- धर्म दर्शन शास्त्रों पर सभी अपने विचार रखने को स्वत्न्त्र हैं...यह नागरिक का मूल-भूत अधिकार है..
३-अपने धर्म, दर्शन, शास्त्रों के बारे में लिखने का सभी को हक है, क्योंकि ये मानवीय-व्यवहार की बातें हैं---परन्तु अन्य धर्म व विचार की बुराइयां व क्रिटिसिस्म किसी को नहीं करना चाहिये---हां उस पर अपने विचार सु-भाषा में रखे जा सकते हैं...
रेखा श्रीवास्तव जी और जनाब एस.एम. मासूम जी को हार्दिक बधाई
नये पदाधिकारियों को बधाई।
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पुत्र प्राप्ति के उपय।
क्या आप मॉं बनने वाली हैं ?
naye padhadikari-dwya ko subh:kamna..
pichle anubhav ke maddenajar rachnamam ki baat par gour kiya jai.
pranam.
rekhaji aur masoomji ko badhai. umeed karta hoon ki aapke nirdeshan mein LBA aur lokpriya hoga.
रेखा जी और मासूम जी को बधाई और शुभकामनायें.
Acharya Sanjiv Salil
http://divyanarmada.blogspot.com
संयोजक जी, मैं समझता हूं कि--पोस्ट पर लिखा गया शब्द अध्यक्षा के स्थान पर अध्यक्ष होना चाहिए---अध्यक्ष...जेन्डर रहित शब्द होता है----अध्यक्षा से एसा ध्वनित होता है कि असोसिएशन का एक कोई अध्यक्ष है व एक अध्यक्षा ----अतः..एल बी ए के नये अध्यक्ष-- लिखा जाना चाहिये.....