दोस्तों लखनऊ ब्लोगर असोसिएसन की परिकल्पना सलीम भाई ने १ दिसंबर २००९ को की थी. इसकी नीव इतनी मजबूत थी की आज यह संगठन एक विशालकाय वृक्ष बन चुका है. सच तो यह है की यह सारा श्रेय सलीम भाई को ही जाता है. इस संगठन के जो भी पदाधिकारी रहे या हैं उन्होंने अपना कर्तव्य ठीक ढंग से निभाया की नहीं मैं कहने का अधिकारी नहीं हूँ पर मुझे एहसास होता है की मैं अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन अब सही तरीके से नहीं कर पा रहा हूँ. मैं इस संगठन का प्रमुख प्रचारक हूँ. पर पूरा ध्यान हमने "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" पर लगा दिया है. मैं यहाँ पर कभी कभी ही आ पाता हूँ. मैं सलीम भाई से अनुरोध करता हूँ की इस पद की जिम्मेदारी किसी ऐसे व्यक्ति को दे जो संगठन को मजबूत करने में सहयोग करे. मैं इस परिवार का सदस्य हूँ और हमेशा बना रहूँगा. जब भी आवश्यकता पड़ेगी एक सलाहकार के रूप में मौजूद रहूँगा. यदि आप लोंगो को आपत्ति न हो तो मैं इस पद से त्यागपत्र देना चाहता हूँ. साथ ही यही अनुमति मैं AIBA के लिए भी चाहूँगा.
पुनश्च: १५ मार्च को मेरा जन्म दिन है जब मैं इस नश्वर जगत में पहली साँस ली आज मैं ४२ वर्ष का हो गया. आप सभी भाइयों से आशीर्वाद चाहूँगा. सभी को प्रणाम ...
जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई!
आप अपना काम करते रहिए!
जन्मदिन की बहुत शुभकामनायें !
Janmdin ki Badhaee !!
apna kaam karte rahiye !
waqt to mere paas bhi nahin hai, lekhan kaa kaam lekhan ke samay hota hai aur hota rahega...!!
धन्यवाद सलीम भाई जो आदेश, उम्मीद है आप सभी का स्नेह मिलता रहेगा.
सबसे पहले जन्म दिन की मुबारक बाद कुबूल करें और भाई यह त्यागपत्र की बात ना किया करें, क्योंकि समय सभी निकला करते हैं जिस काम को करना होता है उसके लिए.
हाँ सभी मेम्बर से यह अवश्य कहना चाहूँगा की LBA पे आके यहाँ के लेखको का उत्साह अवश्य बढाया करें.
रेखा जी के बेहतरीन साक्षात्कार पे बहुत कम लोगों के विचार आये , क्यों यह LBA के सदस्यों को सोंचना चाहिए?