तुम में से कोई उस समय तक वास्तविक मुसलमान नहीं हो सकता जब तक कि वह अपने भाई के लिए वही पसन्द न करे जो वह अपने लिए पसन्द करता है .
वह जो पेट भर खाता है जबकि उसका पड़ोसी भूखा रहता है वह मुसलमान नहीं |
सच्चा और ईमानदार व्यापारी ईशदूतों, सदाचारियों, सिद्दीकों और शहीदों के साथ होगा |
ताक़तवर वह नहीं जो दूसरों को पछाड़ दे बल्कि ताक़तवर वह है जो गुस्सा पर क़ाबू पा ले |
अल्लाह तुम्हारे जिस्मों और तुम्हारी सूरतों को नहीं देखता बल्कि वह तुम्हारे दिलों को देखता है |
अल्लाह तुम्हारे तुम्हारी सूरतों और मालों को नहीं देखता बल्कि वह तुम्हारे दिलों और कर्मों को देखता है |
Sach hi kaha paigambar muhammad ji ne ......unki shikshayein hamara sahi margdarshan karti hain......
iske liye bahut-bahut dhanyavaad....