लघुकथा
लक्ष्यवेध
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'वत्स! धनुष पर तीर चढ़ाओ और लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करो.' गुरु ने आदेश दिया.
सभी दलों के सब शिष्यों ने आदेश का पालन किया.
'अब बताओ तुम्हें क्या दिखाई दे रहा है देश सेवा, जन कल्याण, राष्ट्र निर्माण, गरीबी उन्मूलन या सांप्रदायिक एकता?जिस पर ध्यान केंद्रित करोगे वही लक्ष्य पा सकोगे. गुरु ने प्रश्न किया. टीक से सोचकर बताओ.
'सत्ता गुरूजी!' सभी शिष्यों ने अविलम्ब उत्तर दिया.
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२८-१-२०१७
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