(sansadji.com)
कांग्रेस महासचिव एवं सांसद राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को अमेठी पहुंचे। अमेठी हवाई अड्डे पर उतरने के बाद वह विकास भवन सुल्तानपुर के लिए रवाना हो गये, जहां उन्हें जिला सर्तकता निगरानी समिति की बैठक में हिस्सा लेना था। उसके बाद राहुल गांधी क्षेत्र के कई गांवों का दौरा कर विकास कार्यों का निरीक्षण करना तथा गौरीगंज और तिलाई के पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करना है। अमेठी दौरे का ज्यादा समय राहुल राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के लिए देंगे, जहां वे गौरीगंज के ठाकुर सिंह पुरवा सहित कई अन्य गांवों में जाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों को देखेंगे और उसमें आ रही परेशानियों की जानकारी भी लेंगे। उनके यहां पहुंचने से पूर्व विकास भवन के चप्पे-चप्पे को एसपीजी अधिकारी खंगाल चुके थे। सुरक्षा की मद्देनजर खोजी कुत्तों से पूरे परिसर में निगरानी कराई गयी। विकास भवन के आसपास एसपीजी का सख्त पहरा लगा दिया गया है। आने जाने वालों की तलाशी चल रही है। पूरे क्षेत्र के स्थानीय पुलिस ने सील कर दिया है। सांसद राहुल के दौरे को लेकर सुबह से ही एसपीजी के जवानों ने विकास भवन का हर हिस्से की तलाश शुरू कर दी थी। भवन के तीनों तलों के कार्यालयों में जाकर एसपीजी के अधिकारी-कर्मचारी छानबीन करते रहे। भूतल में बम खोजी कुत्तों ने पुरातन स्थानों व निष्प्रयोज्य वाहनों की टोह ली। सभाकक्ष को सील कर दिया गया। भवन के आसपास की दुकानों को बंद करा दिया गया। तिकोनिया पार्क से लेकर गोपालदास पुल व सोलजर बोर्ड चौराहे से लेकर कलेक्ट्रेट गेट तक के सारे ठेले, गुमटियां या तो बंद करा दी गयीं। उधर, बहन जी की राजधानी में हुई रैली में प्रदेश के आला अफसरान को हैरान करने के बाद मधुमक्खियों ने एसपीजी को यहां भी खूब छकाया। बैठक को लेकर की जा रही तैयारियों के तहत विकास भवन की छत पर लगे छत्ते हटाये गये, पर मधुमक्खियां थीं कि जाने का नाम नहीं ले रही थीं। दिनभर प्रशासन व एसपीजी के अधिकारी इनसे निजात पाने की जुगत खोजते रहे। एसपीजी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल तलब कर इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई करने को कहा। अफसरों ने आनन-फानन में उद्यान विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर तत्काल इसे हटाने की व्यवस्था करने को कहा। उद्यान अधिकारियों ने पहले तो इस मसले से कन्नी काटी, लेकिन एसपीजी और प्रशासन के कड़े रुख के चलते उद्यान विभाग के अधिकारी हरकत में आये। एसपीजी के सामने दिक्कत ये थी कि छत्ता हटाये जाने के बाद भी मधुमक्खियां उन्हीं स्थलों पर बैठ रही थीं जहां से प्रशासन ने छत्ते हटवाये थे।
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