औरत क्या है?
औरत घर की ज़ीनत ही नही, घर की रूह भी होती है- अरस्तू
औरत वह तस्वीर है जो तस्वीर में भी रंगीन दिखाई देती है- ना मालूम
औरत मुसीबत और ग़म को कम करने के लिए पैदा की गई है- ना मालूम
इमान के बाद सबसे बड़ी नेमत एक नेक औरत है- हज़रत मुहम्मद (स. अ.)
औरत एक शीशे की मानिंद है, उसकी हिफाज़त करो- हज़रत मुहम्मद (स. अ.)
औरत में इंसानी खिदमत का जज़्बा मर्द से कहीं ज़ियादः होता है- महात्मा गाँधी
किसी दोस्त को आवाज़ उस वक़्त मत दो जब उसके साथ औरत हो- हज़रत इमाम हुसैन
औरत वह है जो ग़म से भरी रहती है, लेकिन उस ग़म के आईने में कभी झाँकने तक नही देती है- अल- कुरआन
हर कामयाब इन्सान के पीछे एक औरत का हाथ होता है और हर नाकामयाब इन्सान के पीछे एक से ज़्यादा औरतों का हाथ होता है.- सलीम खान 2004
औरत के कई रूप हैं लेकिन आदमी या तो देवी का साथ देता है या फिर रंडी का
सच में " प्रभु की सबसे सुन्दर कृति के रूप में एक औरत ही हो सकती है "
मीनाक्षी श्रीवास्तव