क्या करूँ समझ में नहीं आ रहा है.
वैसे मेरे अंतर्मन ने एक बात कही कि कहीं ऐसा तो नहीं कि ब्लॉग-एग्रीगेटर्स का महायुद्ध शुरू हो गया है अथवा ऐसा तो नहीं कि अब एग्रीगेटर के दिन लद गए लेकिन उसी पल दी ग्रेट चिट्ठाजगत.इन का ख़्याल आया तो सोचा भई वह तो लम्बी रेस का घोड़ा साबित हो रहा है.
एक बात और ज़ेहन में आ रही है कि कहीं ब्लॉगवाणी आने वाली तो नहीं है, वैसे उम्मीद कम ही है लेकिन हो सकता है कि वह आ जाये लेकिन तब तक बाक़ी नए एग्रीगेटर्स की वाट लग चुकी होगी.
इन वार्निंग नोटिसों से मैं भी परेशान हूं।
हमारीवाणी की ओर से परेशान मत होइए, क्योंकि हमारीवाणी का सर्वर इन्फेक्शन देखते ही समाप्त कर देता है. यह बात सही है कि किसी ने कई बार इन्फेक्शन भेजने की कोशिश की है और हर बार हमारे सर्वर पर से उसे डिलीट कर दिया गया है. आज डिलीट होने में थोडा सा समय लगा, और इसी कारण गूगल इन्फेक्शन का सन्देश दे रहा है. गूगल क्रोम से इन्फेक्शन का सन्देश समाप्त होने में समय लगता है, इंटरनेट एक्स्प्लोरर तथा मोज्ज़िला में यह प्रोब्लम नहीं आएगी.
हमारा सर्वर आज सुबह ही सभी तरह के इन्फेक्शन से क्लीन हो चूका है और साईट खोलने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं हैं. जैसा की हमने पहले भी घोषणा की थी कि कोई यूज़र टिपण्णी के माध्यम से आई-फ्रेम बनाकर हमारे सर्वर तक जानबूझकर इन्फेक्शन भेज रहा है.
आपसे भी अनुरोध है कि टिप्पणियों के लिए वर्ड वैरिफिकेशन लगा लें तथा टिपण्णी को जाँच कर ही स्वीकृत करें. आपका अकाउंट भी इस तरह हैक अथवा डिलीट हो सकता है.
टीम हमारीवाणी
हमारीवाणी.कॉम वाइरस तथा मालवेयर इन्फेक्शन से सुरक्षित है
http://hamarivani.blogspot.com/2010/08/blog-post_11.html