यह सप्ताह रहा महिलाओं के नाम और उन्ही का बोलबाला रहा.
अपने जायज़ रिश्तों के प्रति वफादार रहिये
हमारी संस्कृति में एक नारी को माँ, बहन, पत्नी, पुत्री और पुरूष को पिता,भाई,पति.और पुत्र के रूप मैं देखा जाता है और जायज़ रिश्तो के इस रूप को इज्ज़त भी मिला करती है. नारी पे यदि कोई सबसे बड़ा ज़ुल्म इस पुरुष प्रधान समाज ने किया है तो वो है उसे भोग कि वस्तु बना के इस्तेमाल करना. वैश्यावृति इसका एक बेहतरीन उदाहरण है. औरत के कमज़ोर पड़ते ही मर्द द्वारा स्त्री के शरीर का इस्तेमाल करने जैसी बातें आम होती जा रही हैं.
जब औरत घर की जिम्मेदारियां ना संभालना चाहे तो क्या करें?
आखिर इन मर्दों को शर्म क्यों नहीं आती?
वैलेंटाइन डे और प्यार के नाम पे अनैतिक सम्बन्ध Valentine day
वैलेंटाइन डे का इंतज़ार युवा अलग अलग ढंग से अपने प्रेम का इज़हार करने के लिए बेसब्री से किया करते हैं. वैलेंटाइन डे आते ही कार्डों और चॉकलेटों की बिक्री बढ़ना तो जग जाहिर है, लेकिन कम ही लोगों को यह जानकारी होगी कि इस दौरान कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियों की बिक्री भी बखूबी बढ़ जाती है.
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