एक रचना कल्पना * जन्म दिन कब कल्पना का? प्रश्न कौन बुझेगा? पूछता यथार्थ से मैं उसे कुछ न सूझेगा। कल्पना अजन्मी है अनादि है, अनंत है। श्वास-श्वास व्याप्त प्रिया आस-आस कंत है। कलप ना, सदा खुश हो कल-पना ले आज ने काल को बताया है कल्पना अनंत है ***
ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन ALL INDIA BLOGGERS' ASSOCIATION
ब्लॉगर्स बन्धुवों !
आप सभी को हर्ष और बधाई के साथ यह सूचना देना चाहता हूँ कि LBA अपनी सफलता के उस मुक़ाम तक आ चुका है कि इसकी सदस्यता संख्या अपने चरण तक पहुँच चुकी है और जो ब्लॉगर्स बन्धु इससे जुड़ने की इच्छा रख रहे हैं और जिनके मेल मुझे मिल रहे हैं उसको मद्देनज़र रखते हुए नयी सदस्यता के इच्छुक ब्लॉगर्स को एक और भी शक्तिशाली और नया मंच का गठन आज किया जा रहा है जिसका नाम है 'ऑल इंडिया ब्लॉगर्स असोसिएशन' अर्थात AIBA ! इस मंच का हिस्सा सभी भारतीय बन सकते है, फ़िर चाहे वे दुनिया के किसी भी कोने में रह रहें हों !!!
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