WELCOME

TO LBS

#

शुक्रवार, जनवरी 28, 2011

शुक्रवार, जनवरी 28, 2011 17
LBA के सदस्य-गण व पाठक-गण को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाओं सहित धन्यवाद कि वे LBA में अपनी निष्ठां बनाये रखे. मैंने जब इस संगठन का निर्माण किया था तो मुझे एक बात का यक़ीन था कि यह ब्लॉग हिन्दी भाषा के विकास, सार्थक सामाजिक सोच को बढ़ावा देगा और अभी तक यह काम हम LBA के माध्यम से ब्लॉग-जगत में सक्रीय होते हुए बख़ूबी निभा रहे है और आशा है कि आगे भी निभाते रहेंगे. 

मैं स्वयं इस ब्लॉग बल्कि पूरे ब्लॉग-जगत में लगभग निष्क्रिय ही था और मुझे पुनः वापिस आने पर मजबूर होना पड़ा अध्यक्ष महोदय जनाब रविन्द्र प्रभात जी की शिकायत पर कि इस परिवार के कुछ सदस्य कुछ ऐसी पोस्ट लिख रहे है जो कुछ मायने में सही नहीं है इसलिए मुझे पुनः आना पड़ा कि आख़िर माजरा क्या है? मैं आप सबका ज़्यादा वक़्त अर्बाद न करते हुए इस पोस्ट के शीर्षक के मद्दे-नज़र अपनी कहना चाहता हूँ कि पिछले कुछ दिनों से कुछ ऐसी पोस्ट कुछ लोग कर रहे हैं जो यक़ीनन परिवार में कुछ दरार डाल रही हो सकती है,  ऐसा कहते हुए मेरे पास फ़ोन आने शुरू हुए तो मुझे ये पोस्ट लिखनी पड़ी. इस पोस्ट के द्वारा मैं माननीय अध्यक्ष जी और पधाधिकारी-गण से ये कहना चाहता हूँ कि अगर वे निम्न बातों का ध्यान दे कभी भी LBA परिवार में किसी भी तरह का न कोई विवाद होगा और न ही कोई परेशानी :::

LBA (लखनऊ ब्लॉगर्स एसोशिएशन) का संविधान, मार्ग-दर्शक नीति नियम का लागू होना
माननीय अध्यक्ष महोदय जनाब रविन्द्र प्रभात जी ने मुझे फ़ोन करके ब्लॉग की उक्त स्थिति से अवगत कराया और अपनी आपत्ति जताई, जहाँ तक मेरा मानना है उनकी आपत्ति कई मुद्दों पर जायज़ है और इसके निदान के लिए मैं यह काम अध्यक्ष महोदय को सौपना चाहता हूँ और कहना चाहता हूँ कि जितनी जल्दी हो सके LBA की मार्ग-दर्शक नियमावली बनायें और उसे सभी सदस्यों को मेल कर दें और साथ ही साथ पोस्ट भी डाल दें. कुछ समय उपरान्त उसे इस ब्लॉग के सबसे ऊपर उस नियमावली को अनुकूलित करके विज़ेट के रूप में लगा दें, इस नियमवाली का प्रभाव समान रूप से सब पर लागू होगा फ़िर चाहे वो संयोजक हों, अध्यक्ष महोदय हों या फ़िर LBA के पदाधिकारी अथवा एक आम सदस्य.

कौन सा परिवार विवादित नहीं है, किस पेड़ में हवा नहीं लगी 
जैसा कि पिछले दिनों जो विवाद हो रहा था उसमें दो सदस्यों डॉ अनवर जमाल साहब और डॉ श्याम सुन्दर जी को हटाने की बात चल रही थी जिसमें मेरी सहमति की अनुमति मांगी गई थी लेकिन मेरा सोचना है कि किसी को निकाल देना किसी समस्या का हल नहीं है. डॉ श्याम सुन्दर जी ने भी स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वे दोनों लड़ नहीं रहे थे बल्कि सार्थक बहस कर रहे थे. BJP के नेता जसवंत सिंह को जिन्ना की तारीफ़ के बावजूद गले लगा लिया. सभी लेख का गहन अध्यन करने पर पाया कि उक्त दोनों सदस्य के साथ साथ कई और सदस्य जो कि पदाधिकारी भी है, ने उसी पैटर्न पर लेख लखे हैं. इस तरह से हम किस-किस को निकालते रहेंगे. और हम लोग कोई नेता नहीं है किसी को निकाल दें फ़िर वापिस पार्टी में बुला लें...!

डॉ हड़ताल पर जाते है जिसके चलते मरीजों की जान तक चली जातीं हैं
सरकारी अस्पताल के डॉक्टर्स हड़ताल पर जाते हैं और अपने फ़र्ज़ को दर-किनार करते हुए मरीज़ को देखते नहीं न ही उनका इलाज करते हैं और जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारे अपने जायज़ अथवा नाजायज़ मांग को पूरा करवाने के लिए अस्पताल के बाहर इकट्ठे रहते हैं. उनके इस कृत्य से मरीजों की जाने तक चली जाती हैं, फ़िर भी उन्हें नौकरी से निकाला नहीं जाता.

दायरे में रह कर प्रश्न पूछना संवैधानिक अधिकार की श्रेणी में आता है 
जब हम LBA कि नियमावली बना लेंगे तो हम अपने सदस्यों अथवा पाठकों को उनके जायज़ प्रश्न को पूछने का भी मौक़ा देंगे और अगर कोई इस नियम का नाजायज़ फायेदा उठाएगा तो प्रथम दृष्टया उसे नज़र अंदाज़ कर देंगे तदुपरांत उसे चेतावनी देते हुए समझायेंगे यदि फ़िर भी न मानेगा तो एक बैठक बुला कर उस पर निर्णय लिया जायेगा जिसे अध्यक्ष महोदय के द्वारा लागू कर दिया जायेगा. इसी के साथ मैं डॉ अनवर जमाल साहब और डॉ श्याम सुन्दर जी से ये कहना चाहता हूँ कि वे नरमी बरते और ख़ास कर मैं डॉ अनवर जमाल साहब को फ़ोन करके उन्हें नरमी बरतने की सलाह दूंगा.

वर्तमान में LBA पर पाठक और टिपण्णी संख्या में इज़ाफा हुआ है
यह एक अच्छा संकेत है कि LBA पर इन दिनों पाठक और टिपण्णी संख्या में इज़ाफा हुआ है जिसके लिए मैं अध्यक्ष महोदय को बधाई देता हूँ कि उन्होंने LBA पर काफ़ी मेहनत की है और उम्मीद करता हूँ कि वे वैचारिक सुदृढ़ता, हिन्दी भाषा के विकास में योगदान करेंगे और पूर्वाग्रह नियोजित मानसिकता का नाश करेंगे.

नतीजा
LBA की नियमावली लागू होते ही न कोई विवाद होगा और न ही किसी तरह की कोई परेशानी होगी. जैसा कि मैंने पहले ही कहा कि इस नियमवाली का प्रभाव समान रूप से सब पर लागू होगा फ़िर चाहे वो संयोजक हों, अध्यक्ष महोदय हों या फ़िर LBA के पदाधिकारी अथवा एक आम सदस्य. ग़लती की सज़ा पद अथवा पॉवर देख कर न लेते हुए एक समान आचार संहिता के तहत सब बराबर एक ही नज़र से देखे जायेंगे न कि मुग़ले-आज़म की तरह "शहंशाह कि ज़ुबान से निकला हर लफ्ज़ इन्साफ़ होता है'.

इसी आशा के साथ !

आप सबका
सलीम ख़ान
संयोजक, LBA

17 पाठकों ने अपनी राय दी है, कृपया आप भी दें!

  1. अच्छी बात कही है आपने सलीम भाई,

    लोकतंत्र में हर किसी को अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता होती है, किन्तु संस्थागत नियम से ऊपर कोई नहीं होता, अध्यक्ष अथवा संयोजक भी नहीं ....वहीँ अनुशासनहीनता किसी भी परिप्रेक्ष्य में जायज नहीं है, इस बात का ध्यान रखा जाए तबतक जबतक नियमावली बनकर तैयार नहीं हो जाती......मैं शीघ्र ही इस दिशा में समस्त पदाधिकारियों और कार्यकारणी की बैठक बुलाकर संविधान समिति का गठन कर दे रहा हूँ ,जो नियमावली तैयार कर कार्यकारणी के समक्ष रखेंगे और इस नियमावली को आगामी मार्च-अप्रैल में लखनऊ अथवा बाराबंकी में होने वाले वार्षिक अधिवेशन में सर्वसम्मति से लागू कर दिया जाएगा !

    शुभकामनाओं के साथ

  2. achhi pahal.....pathkon ko bhi.....pachane ki sakti badhani paregi.......aur ye gali-galouz jo bhi karta hai.....o jyda bura karta hai......

    salam....

  3. गाली-गलौज तो प्रथम दृष्टया अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है और मैंने कई पोस्ट में डा अनवर जमाल को अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पढ़ा है, जो संस्था के सर्वोच्च पद पर आसीन व्यक्तियों का सम्मान नहीं कर सकता उसे संस्था में रहने का कोई अधिकार नहीं है, डा अनवर जमाल को इसके लिए अविलंब बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए था, क्योंकि एक गन्दी मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है !

  4. Zakir Bhai, I respect your openion. I am watching all the matters.

    Let me give the link of Dr. Anwar Jamal post for the same.

    Your Younger Brother,

    Saleem KHAN
    Founder, LBA

  5. manniy sadasygan ji,
    apas mein kisi bhi tarike se asansadiy va vyaktigat kastkarak shabdon se bachna chahiye. adhyaksh upadhyaksh ya koi bhi padadhikaari k sambandh mein aachep poorn baat likhna nindaniy hota hai ek arab se adhik abaadi vaale desh mein ham kuch log asiyai samaaj ki visheshtayein chhod kar nahi reh sakte hain. sab niyam kanoon kayde se nahi hota hai ham sabko ek dusare k upar paraspar vishvas k adhaar par lekhan karna chahiye. vicharon se sehmat va ashmat hona alag baat hai lekin apne baap ko saale likhna shobhniy nahi hota hai

    suman

  6. अध्यक्ष महोदय, सलीम भाई, जाकिर भाई,

    आपके विचार अपनी जगह बिल्कुल उचित हैं लेकिन हमें अपने घर में जो आचार संहिता लागू करनी है , उसका उल्लंघन करने का अधिकार किसी को नहीं होना चाहिए. ये साझा मंच प्रबुद्ध लोगों का है और इस पर डाली गयी हर पोस्ट जन, राष्ट्र और ब्लॉग जगत के हित में होनी चाहिए. हमारी प्रस्तुति एक सकारात्मक सन्देश देने वाली होनी चाहिए. आक्षेप जैसे चीज चाहे वह मानव पर लगाया जाए या फिर किसी के विश्वास पर निंदनीय है. विवाद और वैमनस्य बढ़ाने वाले लेखो के प्रति जिम्मिदर लोगों के लिए कुछ दंड -- कुछ हफ्तों के लिए पोस्ट न डाल पाने का प्रतिबन्ध लगाना सबसे बड़ा उपाय हो सकता है.

  7. सलीम भाई, जाकिर जी, सुमन जी,रेखा जी

    इस विषय पर शीघ्र ही कोई ठोस निर्णय ले लिया जाएगा, क्योंकि सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय संस्था हित में होता है...मैं आप सभी को विशवास दिलाता हूँ की इस निर्णय में आप सभी की भावनाओं का ख्याल रखा जाएगा, आप सभी का पुन: आभार !

  8. नियमवाली का प्रभाव समान रूप से सब पर लागू होगा फ़िर चाहे वो संयोजक हों, अध्यक्ष महोदय हों या फ़िर LBA के पदाधिकारी अथवा एक आम सदस्य. ग़लती की सज़ा पद अथवा पॉवर देख कर न लेते हुए एक समान आचार संहिता के तहत सब बराबर एक ही नज़र से देखे जायेंगे न कि मुग़ले-आज़म की तरह "शहंशाह कि ज़ुबान से निकला हर लफ्ज़ इन्साफ़ होता है'



    माननीय अध्यक्ष महोदय जनाब रविन्द्र प्रभात जी,
    उम्मीद है, शायद सब कुछ इस नियम के लागू होने पर ठीक हो जाये।
    सारे विवादो पर विराम लग जाये । और हरीश भाई को बार बार जमाल जनाब से माफी मागने की जरुरत न पडे और हरीश जी का नाम जमाल जी के पोस्ट मे न दिखने को मिले । शायद जमाल साहब अपने उत्तेजित लेखो पर नियंत्रण कर ले,और अपने लेख जो धर्म से सम्बन्धित होते थे उससे अलग लेख से हमें रुबरु करायेगें।

  9. डाक्टर्स का उदाहरण खूब दिया----पोस्ट लिखना कोई नौकरी थोडे ही है....
    ---नियम तो सदा का ही लागू है..सार्वभौम नियम कि...अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिये.....

  10. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार सबको है किन्तु स्वतंत्रता वही तक सही है जब किसी दूसरे की स्वतंत्रता प्रभावित न हो . यह संगठन प्रबुद्ध लोंगो का संगठन है. इसलिए ऐसी कोई बात नहीं होनी चाहिए जिससे किसी के धर्म को ठेस पहुंचे.हर धर्म में कोई न कोई कमियां होती हैं. क्योंकि उनके नियम कानून तब बने थे जब लोग इतने आधुनिक नहीं थे. समय के साथ लोंगो की सोच बदल जाती है. अच्छा होगा हम लोग दूसरे की कमियों को ढूँढने के बजाय उनमे अच्छाईया ढूंढें, जो बाते समाज के हित में हो, मानवता के हित में हो वही बाते ठीक है. एल बी ए एक परिवार है और हम सभी उसके सदस्य है. सभी की जिम्मेदारी बराबर है. परिवार के मान सम्मान का दायित्व पर्त्येक सदस्य पर होता है. यदि घर का एक व्यक्ति गलत हो जाय तो परिवार के मुखिया का दायित्व है की उसे सुधारने का भरसक प्रयास करे. हमारे हाथ या पैर पर फोड़ा हो जाता है तो उसका हम इलाज करते है. अपने अंग को काट कर निकाल नहीं देते तब तक जब वह आवश्यक न हो जाय. इस विवाद की असली जड़ मैं स्वयं को मानता हू, विवाद की शुरुआत मुझसे हुयी थी लेकिन क्यों? यह भी सोचना होगा. किसी भी धर्म के बारे में टिप्पणिया मुझे अच्छी नहीं नहीं लगती. समाज में जो बुरे लोग हैं उनका काम ही बुरा करना होता है. एक आतंकवादी जब किसी जगह बम विस्फोट करता है तो उसमे मरने वाले आम इन्सान होते है. बम यह नहीं देखता है की हिन्दू ने फेंका तो मुसलमान को मारे और मुसलमान ने फेंका तो हिन्दू को मारे . जो दहसत गर्द है वे वे सिर्फ दहशत गर्द है उनकी कोई जाती कोई धर्म नहीं होता. लेकिन यहाँ पर कुछ लोंगो ने उसे धर्म से जोड़ना शुरू कर दिया और राजनीतिज्ञों की तरह बयान बाजी करने लगे जो सर्वथा अनुचित था. मेरी बात अनवर भाई को बुरी लगी थी लिहाजा मैंने उनसे माफ़ी भी मांगी. बेमतलब इस मामले में डॉ. श्याम गुप्ता जी घसीटा गया. और उन्हें इतने पर भी संतोष नहीं हुआ तो. मिथिलेश जी और अध्यक्ष जी तथा सलीम भाई पर भी आरोप लगाने लगे. और वह भी ललकारने के अंदाज़ में जो सर्वथा अनुचित था. बार-बार हिन्दू मुसलमान की बात करके आपस में फूट डालने का भी प्रयाश किया जो नितांत अनुचित कार्य है. हम चाहे हिन्दू हो या मुसलमान उससे पहले हम सभी भारतीय हैं और इस बात का ख्याल सभी को रखना होगा. हम सभी धर्म के दायरे से बंधे हैं लिहाजा लिहा खुद को कोई भी उस दायरे से अलग नहीं कर सकता. धर्म पर लिखने से रोक लगे किन्तु वही बाते जिसमे विवाद हो. अपने धर्म की अच्छाइयों को सभी को लिखने की छूट देनी चाहिए ताकि हम एक दूसरे के बारे में जो अच्छी बाते है उसे जान सके और यह बिना किसी को नीचा दिखाए भी हो सकता है.

    ब्लॉग के संयोजक सलीम भाई से एक अनुरोध और है बल्कि सभी पदाधिकारियों से है कोई भी निर्णय लेने से पहले एक बार अवश्य विचार करे, सबकी मनसिकता एक बराबर नहीं होती, कुछ लोंगो को कुछ बाते जल्दी समझ में आ जाती है और वे स्वयं अपनी भूल का एहसास कर लेते है जबकि कुछ लोग बच्चे की जिद करके बैठ जाते है और वही काम अनवर भाई ने किए, जिस प्रकरण का पटाक्षेप बहुत पहले हो जाना चाहिए था वह आज तक चल रहा है, जो किसी भी मायने में ठीक नहीं है., एक पोस्ट अभी मैंने देखी अनवर भाई की जो वंदना जी की खता माफ़ करवा रहे है.

    मेरे सुझाव........

    -- यदि किसी के पोस्ट पर किसी को आपत्ति है तो उसे टिप्पणी में ही व्यक्त करे पोस्ट लिखकर नहीं.

    -- भूल सभी से होती है, उसका सुझाव टिप्पणी के माध्यम से भी हो सकता है, पोस्ट का माध्यम अनुचित लगता है, यह स्वयं की खुन्नस निकलने जैसा लगता है. जो आवागमन करने वाले पाठको को भी बुरा लगता होगा.

    ---- विवादित लेखनी से परहेज करे.

    --- यदि धर्म के बारे में लिखना है तो लिखने दिया जाय, क्योंकि सभी धर्मो की अच्छी बाते जानने का हक़ सभी को है. इससे ज्ञानवर्धन ही होगा.

    --- इश निंदा अच्छी बात नहीं है. लिहाजा किसी भी धर्म की बुराई करके अपने धर्म को बड़ा न बताया जाय. हम अच्छे है यह कहना तो ठीक है लेकिन दुसरे बुरे हैं इसका निर्धारण करने का अधिकार किसी को भी नहीं है. " बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोई........ यह दोहा तो सभी ने पढ़ा होगा तो पालन भी करे.

    --- टिप्पणी करने के दौरान अभद्र भाषा गाली गलौज का प्रयोग कदापि न करे.


    --- सबसे महत्वपूर्ण बात हो सके तो बेनामी टिप्पणियों पर रोक लगाये. ऐसी टिप्पणी लोग पोस्ट न कर सके, यदि यह संभव नहीं तो उसे डिलेट कर दे, छुपे हुए दुश्मनों से देश परेशान है. और ऐसे लोग ब्लॉग में भी घुस आये है. जो अनुचित है. छुपकर किसी को गाली देना भी आतंकवाद है.

    बाकी जो सबका निर्णय वही हमारा भी.

    वन्दे मातरम......... जय हिंद.

  11. .हर धर्म में कोई न कोई कमियां होती हैं ???
    @ खबरदार हरीश जी ! अगर आप ने हर धर्म में कमी बताई .
    इस बात पर जब बहस ही नहीं हुई तो आप सार्वजनिक मंच से यह क्यों कह रहे हैं कि हर धर्म में कमियाँ होती हैं ?
    मैं न हिन्दू धर्म में कमी मानता हूँ और न ही इस्लाम में . अलबत्ता आप अपने निजी नज़रिए में कमी बताएं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है .
    ऋषि ज्ञानी थे और पवित्र भी . उन पर ईश्वर का ज्ञान अवतरित हुआ था लिहाज़ा ग़लती कि कोई गुंजाईश ही नहीं है , कोई कमी न कल थी और न ही आज है .
    हिन्दू धर्म कि तरफ से भी मेरा यही कथन है और इस्लाम कि तरफ से भी . धर्म के बारे में यहाँ जब भी कोई statement दिया जायेगा , बहस शुरू हो जाएगी .
    इसका ध्यान ज़रूर रखें .
    http://ahsaskiparten.blogspot.com/2011/01/truth-about-great-rishies-part-second.html

  12. @ हरीश जी ! आपकी बात से हमारी भावनाएं आहत हो रही हैं .
    http://commentsgarden.blogspot.com/2011/01/foolproof-dharma.html

  13. क्यों ख़बरदार करके डरा रहे है भाई, मेरे कहने का तात्पर्य वही था, धर्म या धार्मिक शाश्त्रो में कमी की बात नहीं कर रहा हू. बल्कि बदलते ज़माने के साथ नजरिये की बात ही कर रहा हू. कितने लोग है जो अपने धर्म शाश्त्रो के बताये मार्ग पर चल रहे है यह आप भी जानते हैं है हम भी. यदि ऐसा नहीं होता तो शराब का व्यापर करोडो में नहीं होता, कौन धर्म बताता है शराब पीना, नसीमुद्दीन सिद्दीकी आबकारी मंत्री नहीं होते [ ऐसी तमाम बाते है] आपने जो कहा वही सही है बात नजरिये की ही है. मेरा कहने का मतलब वही था, जिसके लिए चेतावनी दी आपने. जो बाते आपको बुरी लगी, वह किसी और को बुरी न लगे लिहाजा बुरी लगने वाली बात मैं वापस लेता हू. अब तो खुश हो जाओ भाई जान गुस्सा थूक दो मेरे भाई ..........अरे एक बात तो कहना भूल ही गया. सरसों के खेत में आपका इतना प्यारा फोटो भी नहीं दीखता क्यों........... अब इतने समझदार तो आप है ही........

  14. आपकी भावनाए जब भी आहत हो उसे आपको माफ़ करना ही पड़ेगा क्योंकि . क्षमा बणन को चाहिए छोटन को उत्पात और आप हमें मंदबुद्धि तो पहले ही कह चुके है. अब धीरे ज्ञानवर्धन होगा भाईजान. अब एक साथ सबकुछ कैसे सीख जाऊ

  15. क्या बात है ?
    सरसों के खेत के पीले फूलों की तरह आप तो एकदम से ही क्षमा से , करुणा से भर उठे हैं .
    लगता है कि मालिक ने हमारी सुन ली है . आप जितना चाहे उत्पात मचाइए लेकिन मेरे चर्चाशाली मंच पर आकर क्योंकि यहाँ का क़ानून अलग है .
    यह लोग आपको उत्पात मचाने नहीं देंगे .
    देखो हमारे आने के बाद से आपके एलबीए की पोस्ट पर टिप्पणियां भी आने लगीं वरना हमारी पोस्ट 'वर्चुअल कम्युनलिज्म' से पहले की अपनी सब पोस्ट्स उठाकर देख लीजिये , लेकिन कौन है जो हमारा शुक्रिया अदा करे ?
    टिप्पणियों के लिए सलीम जी ने भी शुक्रिया हमें अदा नहीं किया , जिसकी वजह से टिप्पणियाँ आने लगीं हैं .
    अब मैं कुछ दिन शांत होकर बैठूँगा और फिर आप देखना कितनी टिप्पणियां आपको मिलती हैं .
    टिप्पणियों का गणित कुछ और ही है बन्धु .

  16. आप सभी का आभार इस स्वस्थ और सार्थक चर्चा के लिए , आप सभी से यही अपेक्षा है की आपस में सद्भावना का माहौल बनाए रखें और किसी भी परिस्थिति में असंसदीय भाषा का प्रयोग न करें .....किसी पोस्ट के विरुद्ध पोस्ट प्रकाशित न करें, कोशिश करें की कॉमेंट बक्से में ही आपकी प्रतिक्रया प्रकाशित हो , निश्चित रूप से ऐसा करने पर एक स्वस्थ परंपरा का निर्माण होगा !

footer

भईया-जन को ये सलाह है की वह LUCKNOW BLOGGERS' ASSOCIATION को Google Chrome ब्राउज़र पर ही खोले जिससे उन्हें ब्लॉग पढने में और अधिक आनंद आएगा !

पाठक आवाजाही

Founder & Convener (संस्थापक व संयोजक)

Founder & Convener (संस्थापक व संयोजक)
SALEEM KHAN

Mr. President

Mr. President
Dr. Mahfooz Ali

Labels

Suman सलीम ख़ान acharya sanjiv 'salil' 'DR. ANWER JAMAL' samyik hindi kavita नवगीत रवीन्द्र प्रभात DR. ANWER JAMAL मुक्तक मुक्तिका लेख शिव ब्लोगोत्सव-2010 contemporaray hindi poetry acharya sanjiv verma 'salil' geet navgeet नया साल Dabir News गीत jabalpur दोहा संस्‍कृतं- भारतस्‍य जीवनम् कविता समीक्षा india प्रबल प्रताप सिंह hindi gazal chhand muktika दोहा सलिला दुबे सरस्वती contemporary hindi poetry hindi chhand ईश्वर कुण्डलिया जीवन दिवाली विज्ञान विमर्श doha sharda कविताएँ कृष्ण नारी हिन्दी EJAZ AHMAD IDREESI LBA रूबरू hindi jangal madhya pradesh. muktak swatantrata divas अविनाश ब्योहार आलेख इतिहास कर्म कार्यशाला दोहा यमक नरक चौदस नव वर्ष बसंत भारत मन महफूज़ अली माया यमक दोहा राधा व्यंग्य सूरज सृष्टि 'Ayaz' 'कामसूत्र' 007 indian bond Dr.Aditya Kumar anugeet bharat chaupade. hindi chaupade. hindi chhnad de. kamal jauharee dogra devki nandan 'shant haiku gazal hindi sattire. nav varsh panee rang sarasvati shabd vandana अगीत अगीत महाकाव्य अभियांत्रिकी अरविन्द मिश्रा अष्ट मात्रिक छंद आतंक-परिवार एक्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ल़ा बोर्ड ओबामा कलह कथा कवि कविता दिया काकोरी कांड कान्हा खुदा खेल गज़ल गणतंत्र दिवस गणेश गन्ना ग्यारस ग़ज़ल छंद गाँधी गीत नया साल गुरु चित्रगुप्त चेतन जज्वात जनगीत : हाँ बेटा जहां ज्ञान डा सत्य तसलीस दक्षिण भारत दिल से दिवाली दोहा दीप देव उठनी एकादशी देश दोहा दिवाली दोहा शिव दोहे धन तेरस धर्म धर्म-संस्कृति नवगीत नया साल नेताजी पत्र परिकल्पना पीस पार्टी पुरातत्व पूर्णिमा बर्मन प्रेम प्लीज़ बसंत शर्मा बेटी ब्लागरमीट भक्ति भजन भवन दोहा भाई दूज मानव माहिया मिथिलेश दुबे मुक्तक सलिला यादें रात रूप चतुर्दशी लखनऊ ब्लॉगर असोसिएशन का अध्यक्ष पद लारैब: हर बात हक़ बात शिव दोहा शुभकामनाएं श्रद्धांजलि षट्पदी संस्कृति सत्य समय समीक्षा नवगीत सरस्वती वंदना सुमन लोकसंघर्ष सोरठा सड़क पर हाइकु हाइकु गीत हाइकु सलिला हाथी हिंदी आरती होली ग़ज़ल ' Association का नया अध्यक्ष ' 'Taj mahal' 'The blessings' 'The nature' 'The purification of human heart ' 'Valentine day' 'charchashalimanch के सदस्य बनें और समाज को बेहतर बनाएँ' 'ibadat puja' 'अनाथ बच्चे-बच्चियों की दिल से सहायता करना' 'इस्लाम एक प्राकृतिक व्यवस्था है' 'एलबीए 'एलबीए और हिन्दी की बेहतरी के लिए विदुषी महिला अध्यक्ष' 'औरत' 'कविता' 'कितने ही दर्शन तो ईश्वर का वजूद ही नहीं मानते' 'कीटनाशक' 'क्या ईश्वर भी कभी अनीश्वरवादी हो सकता है ?' 'गुस्सा एक टॉनिक' 'चर्चित ब्लॉगर' 'चौथी दुनिया' 'ज्ञान पाने कि रीत' 'ज्वलंत समस्याओं का निवारण' 'देवता और अवतार' 'देश की अखंडता की रक्षा करने वाले मुसलमान''देश की अखंडता की रक्षा करने वाले' 'देश के शिक्षण तंत्र' 'धरती पर स्वर्ग का साक्षात्कार' 'धर्म पर पाबंदी 'न्याय के गुण से युक्त राजा ' 'पंडित और शास्त्री' 'पसंदीदा ब्लॉगर-समूह' 'पाकिस्तान के ज्यादातर हिस्सों में पंजाबी भाषा बोली जाती है' 'भाई-बहनों' 'मनोरंजन' 'मुझे सवाल दीजिए मैं आपको जवाब दूंगा' 'मुन्नी बदनाम हुई' 'मुसलमानों का दमन' 'यादगार पोस्ट' 'रामायण की कहानी' 'वर्णवादी' 'विदेशी मुद्रा' 'वेश्यालयों के देश में' 'वफ़ादारी' 'शक है जिन्हें भी दोस्तो हक़ की ज़ात में माँ की नज़ीर ला न सके कायनात में' 'शांति के लिए वेद कुरआन' 'शिरडी' 'शीला की जवानी' 'समाज का सबसे बड़ा विनाशक कट्टरता' 'सय्यद मुहम्मद मासूम साहब को ब्लॉग जगत में एस. एम. मासूम के नाम से' 'सरवरे कायनात' 'हठयोगी शठ योगी महायोगी' 'हिंदी ब्लॉगिंग' 'हिजड़े और तवायफ़ें' 'हृदयरोगियों के लिए' -काफ़िया और व्याकरण 1098 2010 2011 3MUSLIMs 786 : दुबे Article in Print Media DUDHWA Distance Education Dr Zakir Naik ELEPHANT Frauds Ghanshyam Maurya Hazrat Ali (RA) Historical IIT Kanpur Iman Internet Kafir Kisan. bharat LBA की नई समस्यां LBA की नयी अध्यक्षा LBA के मार्ग-दर्शक नीति नियम LBA के हनुमान LBA परिवार Lucknow Lucknow Bloggers' Association Natural way Part Time Instructor Poetess Radio Rishi Sarva Siksha Abhiyan Shorthand Society Standup comedy Stenography TIGER. WILDLIFE. JUNGAL. Tips & Tricks WILDLIFE aag aankh aarati ajadee alankar alvida aman ka paigham amrit anchal anugeet chhand arab india relation arth asmyik hindi kavita atal biharee ayodhya balidan banee basant bhagat azad. bhajan bhasha bhav bimb bhojpuree bhojpuri doha bhoo bhopal book review bundelee chatushpadee chhatisgarhee chunautiyan chunav creation creatior daman dandkala chhand dard dard una ladakon ka desh dharm aur lekhan dhool dhuaan dil doha gazal dohe durmila chhand educational institute in india elegy emaan falak fasal galib ganesh datt sarasvat gantantra divas garal gas treagedy geeta chhand geetika ghalib gulf news haiku hamara dharm harish singh harsh hindee ke haiku hindi laghu katha hindi short story. kargil hindi shortstory hindi smriti geet hinsa aur ham http://sajiduser.blogspot.com/ http://www.sajiduser.blogspot.com/ imarat. india is great india. indian women and arabian shekh indipendence day jabalpur. jannah is man's destination jantantra jhulna chhand kabeer kaikeyee kamand chhand kamlinee kamroop chhand khalish khazana. kiran kriti charcha laghukatha lakhnaoo laloo laxmi lay lokneeti. loktantra lotus love manav mandir manhagaayee marhatha chhand maut meeran krishna megh mekal mirza ghalib narmada neta pakistan pita father's day prakriti prarthna pratibandh pratibha prem pyar quran and gayatri mantra rachna rachnakar radha rajneeti ram janm bhoomi ras sabab sada sakhee salgirah. sanjiv sansadji.com saraswati sat satyagrahee. sanjiv 'salil' shaheed shakeel badyoonee ship shiv shok geet shok samachar sincerity in intention sitasat siya soniya gandhi stuti sundar svasthya aur uchit ilaj svatantrata swaroopanand tadbeer talent. tam taqdeer the world is not enough tomorrow may be or not may be toofan tribhangi chhand ujala ummeed ved and quran ved mantra veenapanee vidyarthiji vivadit maamale aur ham vivek ranjan wildlife DUDHWA अ ध्यक्ष अंग्रेज़ी अंचरा अंतराग्नि अंतर्द्वंद्व अंतर्मंथन अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर्स सम्मेलन अंतस अंधविश्वास अंशकालिक अनुदेशक अखंडता अगीतायन अग्ने अग्रवाल अचेतन अठखेली अति सुखा अभिलाषा अतीत अतुकांत कविता अदा अदावत अनमन अनवर जमाल अनाहत नाद. अनाहिता अनुकूला छंद अनुप्रास अनैतिकता अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस अन्धविश्वास अन्न अन्नकूट अन्ना हज़ारे अन्य कविताएँ अप:तत्व अपरा-शंभु संयोग अपराधीकरण अपशब्द अभिभावक अभियंता अभियान २६-२-२०२१ अभेद बुद्धि अमरकंटक छंद अमरेंद्र अनारायण अमोघ अस्त्र अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर' अरमां अर्धनारीश्वर अल्पना अल्लाह अवतार अशांति अशोभनीय - धन अश्वती तिरुनाळ गौरी लक्ष्मीभायी असार असीम आस्था अहं आँख आँवला आंकिक उपमान आंसू आचार्य भगवत दुबे आचार्य संजीव वर्मा "सलिल" आज आजादी आणविक परिवार आतंक की समस्या आतंक हैरान नज़रें आदत आदि-वाणी आदिशक्ति आभा सक्सेना आभूषण आरक्षण आर्टेमिस आलिंगन आलेख- मत करें उपयोग इनका आल्हा गीत भारतवारे बड़े लड़ैया आवश्यक सूचना आशनां आस्था आज़ाद शहीद दिवस इंडियन जिओटेक्नीकल सोसायटी जबलपुर इंडियन ब्लॉगर्स असोसिएशन इच्छा इच्छाएं इन्डली इन्डियन धारावाहिक इन्डिया गेट इमली ईषत इच्छा उ. प्र. राजनीति के ये घोटाले उक्ति उचित मार्ग उत्तर प्रदेश असोसिएसन उत्तर प्रदेश का सच उत्तर प्रदेश ब्लॉगर्स एसोसियेशन उदारीकरण उदासीनता उधार उपन्यासकार और पटकथा उमन्ग उर्दु उल्लाला छंद उषा ऋचाएं ऋतु ऋषि ऋषि अनंग एक तत्व एक रचना आगे मत जा एकाक्षरी श्लोक एतबार एश्वर्य एसिड की शीशी एसे गीत ऐसी तान ओउम ओमप्रकाश तिवारी औरत क्या है कंगना कछारन कथा निराली | कथा-गीत बूढ़ा बरगद कन्घा कन्या भ्रूण-हत्या कब क्या : जनवरी कब्र कर्नाटक कलम कलियुग के मोहन कलुष कल्पना कल्पना रामानी कवि लखनऊ कविता दिया २ कविता दुबे कवित्त कांता रॉय जबलपुर में कागतन्त्र है कागज़-कलम कानून काफिया काम-सृष्टि कामनाएं कामरूप छंद कामिनि कायदे कायस्थ कारण कारण-ब्रह्म कारोबार कार्य कार्यशाला दोहा से कुण्डलिया कार्यशाला : मुक्तक कार्यशाला दोहा से कुण्डलिया कार्यशाला पद कार्यशाला- ​​​​छंद बहर का मूल है- २ कार्यशाला: दोहा - कुण्डलिया कालकांज काव्य और छंद काव्य गोष्ठेी काव्य छंद काव्य शाला काव्यानुवाद किसान किसान माहिया कीर्तिदा कुंभ कुञ्ज गली कुरआन कृष्ण कुमार "बेदिल" कृष्ण कुमार 'बेदिल' कृष्णमोहन छंद कोरोना कौन क्यूं न हुआ क्रमिक विकास क्षणिका खुरचहा पति खुशबू खुशियों की थिरकन खुशी खेल-व्यवसाय खेळ खौफ गंगटोक सवैया गंगा दोहा गंगोदक सवैया गणतंत्र गणतंत्र दोहे गणितीय मुक्तक गरिमा सक्सेना गरीबी ग़ज़ल अंदाज़े-बयाँ गाँव की गोरी गांव की समस्या; लेख;शिव गाय की रोटी गाली गीत चिरैया गीत - सियाहरण गीत : नया साल गीत अम्बर का छोर गीत काम तमाम तमाम का गीत कौन हैं हम? गीत छंद क्या है? गीत जयकार कीजिए गीत दोहा गीत प्रीत की बात गीत राम कहानी गीत सलिला गीत सुग्गा बोलो गीत सूरज उगाएँ गीत हिमालय गीत ज़ुल्फ़ गीत-नवगीत संग्रह सूची २०२० गीत. मोगरा गीत: तुमने बुलाया गीता अध्याय ४ गीता छंद गीति रचना गीतिका छंद गुफ़्तगू गुब्बारे गुमाँ गुमां गूढ़ प्रश्न गेट माहिया गोरस गोष्ठी गौ गौ-रक्षा गौधूली ग्रह ग्लोबलाइजेशन ग्वाल | घण्टा-घर चतुष्पदी चला जारहा कौन चाँद-चकोरी चाहत चिंतन चिकित्सा चित्रगुप्त वंदना चिद-बीज चुनाव और मतदान चूल्हे चौके की खटपट चोंच में आकाश चौपइया छंद छंद विजाति छंद - बहर दोउ एक हैं छंद : कथ्य लय भाव रस छंद अनुकूला छंद अमरकंटक छंद उल्लाला छंद कामरूप छंद काव्य छंद कृष्णमोहन छंद गीत छंद गीता छंद गीतिका छंद चौपइया छंद दोही छंद पीयूषवर्ष छंद बह्र दोउ एक है छंद मानव जातीय छंद विधाता छंद शंकर छंद शाला छंद शाला १ छंद सप्तमात्रिक छंद सलिला १ छंद सवैया गंगोदक छत छत्तीसगढ़ी छाया जग जगदीश व्योम जनतंत्र जनरल जनवरी कब क्या जन्म जन्माष्टमी जप जय हिन्द का सच जल जल -युद्ध ज़ाकिर अली 'रजनीश' जाति धर्म जिंदगी जीवन-घृत जोक्स joks जौहर ज्योति झन्डा रोहण झर-झर टुकड़े टेक्ट टॉप ब्लॉगर टोपी डंके की चोट पर डर डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में हाथियों की मौत के बाद सरकार को आया होश elephant डॉ. अव्यक्त अग्रवाल डॉ. रविशंकर शर्मा अभिनन्दन डॉ. संतोष शुक्ला तनहाई तन्मात्राएँ तांका सलिला तार्किक तुम तुम कहीं भी हो तुलसी चौरा तूलिका तृप्ति तेरा स्वर नर्तन तेरेी तेवरी त्रिआयामी पदार्थ सृष्टि त्रिपदिक गीत त्रिपदिक छंद त्रिपदिक नवगीत त्रिपदियाँ दक्ष दम दयानंद सरस्वती दरी दर्शन दलाल और खरीददार दलित समाज दहेज़ दायित्व दावानल से गड़बड़ाया दुधवा का पारिस्थितिकीय तंत्र दिया दिया कविता दिल टुकड़े दिल दास्ताँ दिवाली नवगीत दिवाली माहिया दिवाली हाइकु दीप-पर्व दीपक दीपावली दीपित दीया दीवाली दीवाली और दीवाला दुनिया दुबे -कविता दुर्योधन दृष्टा देवता देवी भक्त देश एकता देशद्रोहियों और आतंकवादियों देशफरोश देह व्यापार दोषों को त्याग दोहा ममता दोहा नया साल दोहा भवन दोहा गंगा दोहा गाथा सनातन १ दोहा गीत दोहा दुनिया दोहा भवन दोहा मुक्तिका दोहा सलिला गणतंत्र दोहा सावरकर दोहा स्वास्थ्य दोहा ग़ज़ल दोहांजलि दोही छंद दोहे गणतंत्र दौलत के पुजारी द्रष्टा -दृष्टि द्रोपदी द्रौपदी द्वंद्व द्विपदियाँ द्विविधा धंधा धन धनार्जन धरती धर्म निरपेक्षिता धर्म मानव-धर्म धर्म या अधर्म ?' धर्म राज धर्मराज धांसू धूप -छाँव नए शब्द नक्षत्र नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे नया साल गीत नया साल दोहा नरसंहार नर्मदा नर्मदाष्टक मणिप्रवाल नव अन्न नव गीत आभा सक्सेना नव गीत: सांताक्लाज नव वर्ष काव्य गोष्ठी २०२१ नव-स्रिजन... नवंबर २०२० नवगीत दिन घूरे के नवगीत ना मिटहै अंधेरा नवगीत - गुरु विपरीत नवगीत अपना अपना सच नवगीत अभी नहीं सच हारा नवगीत उठो पाखी! नवगीत और देश नवगीत करना ... सही नवगीत काल है संक्रांति का नवगीत कुछ तो कीजिए नवगीत कौन है जो नवगीत क्यों? नवगीत गोल क्यों? नवगीत घोंसले में नवगीत छोडो हाहाकार मियाँ! नवगीत जगो सूर्य आता है नवगीत त्रिपदिक नवगीत दर्पण का दिल नवगीत दिवाली नवगीत नव वर्ष नवगीत नागफनी उग आयी नवगीत निर्माणों के गीत नवगीत पहले गुना नवगीत भटक न जाए नवगीत भीड़ में नवगीत मिली दिहाडी नवगीत में नए रुझान नवगीत राम बचाए नवगीत रार ठानते नवगीत लोकतंत्र का पंछी नवगीत वह खासों में खास है नवगीत शिव नवगीत संक्रांति काल है नवगीत संग्रह नवगीत सत्याग्रह के नाम पर नवगीत समय वृक्ष नवगीत समीक्षा नवगीत सड़क पर नवगीत सड़क पर... नवगीत: उगना नित नवगीत: उड़ चल हंसा नवगीत: दीन प्रदर्शन नवगीत: नाम बड़े हैं नवगीत: भाग्य कुंडली नवगीत: लोकतंत्र का पंछी बेबस नवगीत: कुण्डी खटकी नवगीत: छोडो हाहाकार मियाँ! नवगीत: बजा बाँसुरी नवगीत: भारत आ रै नवगीत: रब की मर्ज़ी नवभारत टाईम्स नशा नाक की सर्जरी नाग नाभिक ऊर्जा नारि नारी मुक्ति नारी-भाव नाश प्रकृति का निर्निमेष निर्विकार निष्काम कर्म निष्ठुरता नीति व्यवहार नीति-नियम नीति-व्यवहार नीलकंठ नेकियां नेह नर्मदा तीर पर नेह-नाता नैतिकता नैन-डोर नैना नौ कन्या न्यू-ईयर गिफ्ट नज़र नज़ारा पंचौदन अजः पद चिन्ह पद-चिन्ह पद्मिनी परब्रह्म परम-पिता परमाणु परमानंद परमार्थ परलोक परहित पराग पराया-धन पल- छिन पशु पहलू पाँच पर्व पायल पिचकारी पीयूषवर्ष छंद पीर पुरुषार्थ पुरोवाक : यह बगुला मन पुरोवाक ओस की बूँद पुरोवाक केरल एक झाँकी पुरोवाक बुधिया लेता टोह पुरोवाक् पुलिस पूजा पूर्ण-ब्रह्म पूर्णकाम पृथ्वी पैरोडी पोखर ठोके दावा प्यार प्रकृति प्रकृति दोहन प्रकृति बादल प्रजापति प्रणम्य शहीद प्रणय प्रणय -दीप प्रणय के पल प्रतिकण प्रतियोगिता प्रत्रकार प्रदूषण प्रभाव प्रभु प्रभु ज्ञान प्रश्न मन के प्राण शर्मा प्रातस्मरण स्तोत्र प्रिय प्रवास प्रीति के रंग प्रीति-चलन प्रेम के छःलक्षण प्रेम प्याला प्रेम ममता फरवरी कब क्या? फागुन बंगलोर . कर्णाटक बंगालूरू बंधन व मुक्ति नारी बगीचा बच्चे बजरंग बली बद्दुआ बन्गलूरू बबिता चौबे बयान बरसाना बरसानौ बलि बसंत पंचमी बसंत मुक्तक बसंतोत्सव/मदनोत्सव बहादुरी बहु बहुरंगी संस्कृति बांगला बाढ़ ने बिगाड़ा पशुपालन कारोबार बात बापू बाबा अम्बेडकर साहब बाबा संस्कृति बारह-सोलह वर्णिक छंद बाल कविता बाल कविता : तुहिना-दादी बाल कविता अंशू-मिंशू और भालू बाल कविता कौआ स्नान बाल गीत : ज़िंदगी के मानी बाल गीत पाई शाल बाल नवगीत सूरज बबुआ! बासंती दोहा ग़ज़ल बिग-बेंग बिगबेंग बिरसा मुंडा बुंदेली नवगीत बूढ़ा बरगद कथा-गीत बेटियाँ बेदिल बेनज़ाइटन ब्रह्म ब्रह्मजीत गौतम ब्रह्मा ब्रह्माण्ड ब्रिषभानु ब्लागिंग ब्लॉगरों का सम्मान ब्लोग नगरी ब्लोगोत्सव- २०१० भगवती प्रसाद देवपुरा भगवा रंग भवन निर्माण भविष्य भारत आरती भारत की रमणियाँ भारत जय हिन्द भारत भूमि भारत माता भारत रत्न भारतीय मुद्रा पर गाँधी भाव सप्रेषण भाषा भाषा सेतु भाषाविज्ञान भूख भेदाभेद परे भ्रष्टाचार मंजिल मंदिर मस्जिद मटुकी मतदाता मत्तगयंद सवैया मथानी मथुरा मदरसे मधु कल्पना मधुपुरी मधुर मधुर निनाद मन का निर्मलेी मन विहग मन-मीत मनाना मनुहार मनोरंजन मनोरजंन मन्त्र पल मर्दों में यौन कुंठा मर्यादा मलेशिया मस्ज़िद-मन्दिर महक महात्मा गाँधी पर मार्टिन लूथर किंग महादेवी महान देश महिला सेवा समिति महेश महफ़िल माखन माघ माता मात्रा गणना माधुरी गुप्ता मानव -कृत्य मानव के विस्तार मानव जातीय छंद मानो या न मानो माहिया किसान माहिया गीत माहिया दिवाली माहेश्वरी-प्रजा मिट गये मिथिलेश मिथिलेश दुबे मिथिलेश दुब मिथिलेश दुबे लेख महिंला मिलन मिस्र में विद्रोह मीरा मुकतक मुक्तक कार्यशाला मुक्तक छंद सलिला मुक्तक बसंत मुक्तक भूगोलीय मुक्तक में गणित मुक्तक हाइकु मुक्तिका मन से डरिए मुक्तिका हे माधव ! मुक्तिका किस्सा नहीं हूँ मुक्तिका बसंत मुक्तिका मन मुक्तिका यमक मुक्तिका राजस्थानी मुक्तिका रात मुक्तिका व्यंग्य मुक्तिका: न होता मुजाहिद मुन्ना भाई मुरारीलाल खरे मुलाक़ात मुस्कराहट मुहब्बत ए इलाही मुहब्बतनामा मूल मूलभूत सुविधाएं मूल्यांकन मेघ मेरा देश मेरे भैया मेरे मन मेले मैं -तू मैं करता तब मैथुनी-भाव मॉल संस्कृति मोक्ष मोमिन मोर मुकुट मोहन शशि मौसम मौसम अंगार है यकीं यक्ष प्रश्न यक्ष प्रश्न २ यक्ष प्रश्न ३ - जात और जाति यक्ष-प्रश्न यम-यमी यमकमयी मुक्तिका यश मालवीय यशवंत याद में तेरी जाग-जाग के युवा दिवस युवा प्रतिभा सम्मान युवावर्ग यूपीखबर 'DR. ANWER JAMAL' योग भ्रष्ट रंग रस रचना-प्रतिरचना रत्न रपट रमज़ान रवींद्र प्रभात रवींद्रनाथ ठाकुर रवीन्द्र प्रभात रस दोहा रस-राज रागिनी राघवयादवीयम् राजस्थानी मुक्तिका राजेंद्र प्रसाद राणा प्रताप राधा-कान्हा राम राम भक्त राम सेंगर राष्ट्र गान राष्ट्र-प्रेम राष्ट्र-भाषा रिपोर्ट रूह रेलगाड़ी का इतिहास रोजगार रोला रोशन सिंह लक्ष्मी लखनऊ के ब्लॉगर लखनऊ ब्लोगर एसोसिएशन पर विवादित पोस्टों का वहिष्कार होगा--------मिथिलेश लघु नाटिका लघु व्यंग्य विकास लघुकथा लघुकथा एकलव्य लघुकथा लक्ष्यवेध लघुकथा खाँसी लघुकथा समानाधिकार लघुकथा - कब्रस्तान लघुकथा : खिलौने लघुकथा करनी-भरनी लघुकथा खिलौने लघुकथा गुरु जी लघुकथा छाया लघुकथा निर्दोष लघुकथा मुस्कुराहट लघुकथा: निपूती भली थी लज्जा ललिता लहर लाइब्रेरी लाल किला दिल्ली लालू लावणी लास लीला लेख विश्वास का संकट लेख : भाषा और लिपि लेख इलाहाबाद और छायावाद लेख दोहा लेख फागें लेख भाषा लोकसभा वतन वन नीति में बदलाव की जरूरत वन्दे मातरं वन्दे मातरम वरदान वर्णिक छंद बारह-सोलह वर्तमान वह कल वाक्-आउट वादाये वफ़ा वायु वार्तालाप वासव जातीय छंद वासवी-निषंग वास्तव जातीय छंद वास्तु सूत्र विकास विकृति विखंडन-संयोजन विचार सलिला विचित्र किन्तु सत्य विजाति छंद वितान विद्वान् विधाता छंद विधिना विधु बदनी विमर्श नवगीत में पंक्ति विभाजन विमर्श हिंदी- समस्या और समाधान विमर्श - कविता क्या विमर्श : जौहर विमर्श : शब्द और अर्थ विमर्श गाँधी विमर्श- श्रवण कुमार विरज़ विरासत विलोम काव्य विलोम पद विवेकानंद विश्लेषण विष्णु विष्णु का चक्र विहान वीर वीर जवान वीर-प्रसू वीराना वीरों के गीत वेंकटाध्वरि वैदिक ज्ञान व्यंग्य कविता व्यंग्य मुक्तिका व्यक्त वफ़ादारी शंकर शंकर छंद शक्ति शब्द चित्र शब्द सलिला शराबी ब्लॉगर्स शशि शशि पुरवार शास्त्र शिकायत शिक्षक दिवस शिक्षक-दिवस. शिक्षक-स्नातक निर्वाचन शिक्षा शिरीष शिव दोहावली शिव नवगीत शिव हाइकु शिवम् मिश्रा शिशु गीत शील शुद्धतावादी शुभकामना सन्देश शूरवीर शेयर शेर शेष-ब्रह्म शौर्य के स्वर श्याम श्याम लाल उपाध्याय श्याम सवैया श्यामली सखी श्यामा श्यामान्गिनी श्रध्दांजलि श्री कान्त श्रीकृष्ण और जीवन मूल्य श्रुति कुशवाहा श्रुति-सम्मत श्रृंगार श्रृद्धा श्रेय-प्रेय श्रेष्ठता षटपदी षड्यंत्र संकट हरण संक्रांति संक्षिप्तता संत साहित्य संतान संतोष भारतीय संदेह संध्या सिंह संरक्षण संस्कार संस्मरण सखि सखी सत्कर्म सद-नासद सदस्य बनिए सदा सदाधार सद्दाम का इराक सन्त कंवर राम सन्त साहित्य परम्परा सन्देश सपना सप्त मात्रिक छंद सप्ताह की श्रेष्ठ पोस्ट सबरीमाला समता समलैंगिकता समस्या समाचारपत्र कतरन समाधिया समानार्थी शब्द समीक्षा 'गज़ल रदीफ़ समीक्षा - कशमकश समीक्षा अंजुरी भर धूप समीक्षा अप्प दीपो भव कुमार रवीन्द्र समीक्षा एक बहर पर एक ग़ज़ल समीक्षा कहानी समीक्षा चुप्पियों को तोड़ते हैं समीक्षा डॉ. रमेश खरे समीक्षा राजस्थानी साहित्य में रामभक्ति-काव्य समीक्षा ग़ज़ल व्याकरण सम्मान प्राप्त सर सरस्वती चन्दौसी सरस्वती जैन पंथ सर्दी सर्वत एम० सर्वश्री रविन्द्र प्रभात सलिल सलिल की रचनाएँ सलिल २० जून सलीम अख्तर सिद्दीकी सलीम अख्तर सिद्दीक़ी सलीम भाई सलीम भाई और अनव भाई सवैया गंगोदक सवैया सुमुखी सहारनपुर सांझ सांवरी सांस्कृतिक समारोह साक्षात्कार : सलिल - मनोरमा जैन पाखी सागर साड़ी साध्वी सामयिक कविता मचा महाभारत भारत में सामुदायिक ब्लॉग साया सार सार्थकता सावरकर दोहा साहित्य साहित्यकार दिवस साहित्यिक कविताएँ सिंगापुर सिद्धि सिद्धि-प्रसिद्धि सिनेमा सीता सुख सुख-दुःख सुख-शान्ति सुखन सुगति छंद सुधार सुनीता सिंह सुभाष चन्द्र बोस सुभाषचंद्र बोस सुमित्र दोहा संकलन सुमुखी सवैया सुरेश कुमार पंडा सुरेश तन्मय सुहाने रितु सूरज तसलीस सेवा समितियां सेवानिवृत्ति सौर-ऊर्जा स्तवन शरणागत हम स्थित-प्रज्ञ स्थिति-प्रग्य स्नेह और सहयोग स्पर्श स्पेसिंग स्फुरणा स्मरण स्वतंत्रता दिवस पर लेख प्रतियोगिता स्वतन्त्रता प्रश्न स्वामी स्वार्थ सड़क हरबिंदर सिंह गिल हरसिंगार हरियाणवी हाइकु हरियाली हरीश सिंह हस्तिनापुर की बिथा कथा हस्तिनापुर की बिथा-कथा हाइकु गीत हिंदी हाइकु दिवाली हाइकु मुक्तक हाइकु शिव हाइकु सलिला:संजीव हाइकु हरियाणवी हाइगा हाइड्रोजन हारि हास्य कविता हास्य कविताएँ हास्य मुक्तिका हास्य रचना मेला हिंदी हिंदी : चुनौतियाँ और संभावनाएँ हिंदी दोहा हिंदी वंदना हिंदी वैभव हिंदी हाइकु गीत हिंदी ग़ज़ल हिंदुस्तान हिंदुस्तान की आवाज़ हिन्दी गुलामी का शिकार हिन्दी सेवा समितियां हिन्दू-मुस्लिम एकता हिन्‍दुस्‍तान हिमवान हिमालय हिरण सुगंधों के हिरण्यगर्भ हीलियम हुमायूँ का मकबरा हुश्ने मतला हे माधव हेमा अंजुली हेमांड होठों की छुअन होली का आमंत्रण LBA परिवार को. होस्टल ग़ज़ल दोहा ज़िंदगी ज़िन्दाकौम फ़ितरत ​​लघुकथा- कतार ‘बिहारी‘ ‘ब्लॉग की ख़बरें‘

ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन
ALL INDIA BLOGGERS' ASSOCIATION

ब्लॉगर्स बन्धुवों !
आप सभी को हर्ष और बधाई के साथ यह सूचना देना चाहता हूँ कि LBA अपनी सफलता के उस मुक़ाम तक आ चुका है कि इसकी सदस्यता संख्या अपने चरण तक पहुँच चुकी है और जो ब्लॉगर्स बन्धु इससे जुड़ने की इच्छा रख रहे हैं और जिनके मेल मुझे मिल रहे हैं उसको मद्देनज़र रखते हुए नयी सदस्यता के इच्छुक ब्लॉगर्स को एक और भी शक्तिशाली और नया मंच का गठन आज किया जा रहा है जिसका नाम है 'ऑल इंडिया ब्लॉगर्स असोसिएशन' अर्थात AIBA ! इस मंच का हिस्सा सभी भारतीय बन सकते है, फ़िर चाहे वे दुनिया के किसी भी कोने में रह रहें हों !!!
सभी ब्लॉगर्स से निवेदन है कि वे इस मंच के सदस्य बनकर देश, समाज और मानवता के हित में अपना योगदान दें. इच्छुक ब्लॉगर्स यहाँ अपना ईमेल एड्रेस दर्ज करा कर सदस्य बन सकते हैं.
शीघ्र ही इसकी देखरेख के लिए आवश्यक पदों की निर्माण-प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी. ब्लॉग पर पहुँचने के लिए यहाँ क्लिक करें.
Please Email me for more details at swachchhnsandesh@gmail.com